पटना, 29 नवम्बर (हि.स.)।कोरोना के बढ़ते खतरे को ‘भांप’ कर सात दिनों की सख्ती करने वाला बिहार सरकार का आदेश 72 घंटे भी नहीं टिक सका। शादी समारोह के अवसर पर बैंड-बाजा पर लगाई गई रोक को प्रशासन ने रविवार को हटा लिया। रविवार की दोपहर बाद ही गृह विभाग ने एक और आदेश निकाल कर सड़क पर बैंड-बाजे की अनुमति दी। साथ ही वैवाहिक कार्यक्रमों में शामिल होने वाले अतिथियों की संख्या भी स्टाफ सहित 150 कर दिया।
प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि कई जगहों पर लोगों ने शादी के लिए बैंड-बाजा का बयाना कर दिया है। शादी के अवसर पर बैंड-बाजा के इस्तेमाल पर लगी रोक को देखते हुए बैंड-बाजा और आयोजकों के बीच किचकिच की शिकायत मिली थी। इसके बाद प्रशासन ने बैंड-बाजा पर लगी रोक को हटा लिया। साथ ही शादी समारोह में 50 और लोगों को भाग लेने की छूट दे दी गई है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
पटना में बैंड वालों ने किया था प्रदर्शन
बिहार सरकार की गाइडलाइन से बैंड वालों को सबसे बड़ा झटका लगा था। शनिवार को पटना के सुल्तानगंज इलाके में बैंड वालों ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था। उनका कहना था कि पिछले 9 महीने से बैंड बाजा और लाइट वालों का धंधा पूरी तरह से चौपट हो चुका है। रोजगार का कोई दूसरा साधन नहीं है। सरकार ने किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की। अब 25 नवंबर से लेकर 12 दिसंबर तक शादी के लिए शुभ मुहूर्त का समय है। ऐसे में सरकार को अपने फैसले पर फिर से विचार कर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैंड बाजा बजाने की अनुमति देनी चाहिए।