लाखों मजदूरों के पलायन की पीड़ा ने हर दिल को दुख पहुंचाया : सोनिया गांधी

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कांग्रेस अध्यक्ष ने बिना तैयारी के लॉकडाउन को बताया गलत कोरोना पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक



नई दिल्ली, 02 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक की अध्यक्षता की। सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी था लेकिन बिना योजना के इसे लागू किए जाने से लाखों गरीब-मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि लाखों मजदूरों के पलायन की इस पीड़ादायक स्थिति ने हर दिल को बहुत दर्द पहुंचाया है। हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि उनकी तकलीफों को बांटकर इस घड़ी में मदद करें।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष कहा, ‘आज एक अभूतपूर्व स्वास्थ्य और मानवीय संकट के बीच हम मिल रहे हैं। हमारे सामने चुनौती की भयावहता है लेकिन इससे उबरने के लिए हमारा संकल्प और भी मजबूत होना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस से लड़ने के लिए निरंतर और विश्वसनीय परीक्षण का कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को सभी के समर्थन की आवश्यकता है। पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) जैसे कि हज़मत सूट, एन-95 मास्क उन्हें युद्धस्तर पर मुहैया कराए जाने चाहिए।

सोनिया गांधी ने कहा कि लाखों मजदूरों के पलायन की इस पीड़ादायक स्थिति ने हर दिल को बहुत दर्द पहुंचाया है। हममें से हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि उनकी तकलीफों को बांटकर इस घड़ी में मदद करें। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों किसानों की तैयार फसल पर बेमौसम बारिश की मार पड़ी। आज फसल कटाई के लिए तैयार है। इसलिए फसल कटाई का इंतजाम और सही कीमत दिया जाना समय की मांग भी है और सरकार की जिम्मेदारी भी।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह राष्ट्र के साथ खड़ी है।

पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ ज्यादा परीक्षण ही इसे रोकने की कुंजी है। इसके लिए टेस्ट किट एवं जरूरी उपकरणों की सुलभता सुनिश्चित की जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने लॉकडाउन के बाद अपने घरों को लौट रहे अप्रवासी मजदूरों की दिक्कतों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन्हें भोजन और दवाएं उपलब्ध कराने के बजाय उत्तर प्रदेश सरकार ने इनपर कीटनाशकों का छिड़काव कर अपनी अमानवीयता को दर्शाया है।

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस को एक प्रहरी के रूप में कार्य करने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि कमजोर और गरीब वर्ग के लोगों को बड़े पैमाने पर मदद मिले। साथ ही सभी भारतीयों को एकजुट होकर एक विशिष्ट रणनीति के साथ कोविड-19 से लड़ना है।

अहमद पटेल ने कहा, ‘कोरोना के खिलाफ सरकार के हर कदम का समर्थन करने के साथ उनकी कमियों को इंगित करना भी विपक्ष का काम है। कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत पहुंचाना है, इसके लिए हम सभी प्रयास करेंगे।’

पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने संकट की व्यापकता को पूरी तरह से नहीं समझा है। ऐसे में कांग्रेस को लगातार सरकार के साथ जुड़कर कोरोना के खिलाफ लड़ना है और गलत को मुखर होकर सरकार के सामने रखना चाहिए।

इसके अलावा, कांग्रेस शासित राज्यों क्रमश: पंजाब, छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान के मुख्यमंत्रियों कैप्टन अमरिंदर सिंह, भूपेश बघेल तथा अशोक गहलोत ने भी कोरोना के खिलाफ उनकी कोशिशों व तैयारियों के साथ सुझावों को पार्टी अध्यक्ष के साथ साझा किया।

 


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