ललितपुर, 21 जून (हि.स.)। कभी दो जून की रोटी का इंतजाम करने के लिए इधर-उधर भटकने वाला एक लड़का चायना में योग गुरू बन गया है। आज चायना सहित कई देशों के लोग उसे फेसबुक, व्हाट्सऐप सोशल मीडिया पर फाॅलो कर योग सीख रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र के ललितपुर जनपद के ग्राम बरखेरा निवासी सोहन सिंह यादव ने अपनी मेहनत व लगन से आज चीन में पूरे भारत का नाम रोशन कर खुद को चीन के योग गुरू के रूप में स्थापित हो गये हैं। इस समय कोरोना वायरस फैला हुआ है और इसकी शुरुआत चायना से ही हुई थी। ऐसे में चीन के फूजियान प्रान्त के जियामिन शहर में रह रहे डा.सोहन सिंह यादव जियामिन यूनीवर्सिटी में साॅफ्टवेयर स्कूल में लेक्चरर हैं। वह योग के जरिये लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं।
बताते चलें कि, सोहन सिंह के पिता रेलवे में कर्मचारी थे, लेकिन खेती व अन्य खर्चे के चलते पिता को आये दिन कर्ज रहता था और सरकारी नौकरी से आने वाली तनख्वाह कर्ज में ही चली जाती थी। ऐसे में दो वक्त की रोटी के भी लाले पड़े थे। इस संघर्ष में सोहन सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और कम्प्यूटर की पढ़ाई इन्दौर में की। इन्दौर से थाइलैण्ड में जाकर नौकरी की। इसके अलावा सागर के हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में योग के प्रति आकर्षित हुए। फिर उन्होंने योग को जीवन का आधार बना लिया। कम्प्यूटर की नौकरी करने के साथ-साथ योगा को प्राथमिकता दी। सोहन सिंह ने चीन में जाकर योगा को प्राथमिकता दी और चीन में सोहन ने योगा के नाम से योग संस्थान खोला। वर्तमान स्थिति यह है कि उनके नौ क्लब चल रहे हैं और वह भारत में भी योगा सेन्टर खोल रहे हैं। बीती 30 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सोहन सिंह की फोटो शेयर की थी।