लखनऊ, 08 जून (हि.स.)। कोरोना संक्रमण के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में लॉकडाउन के पहले दिन से ही लोगों को राहत पहुंचाने, बेहतर इलाज व्यवस्था करने, अब तक 32 लाख प्रवासी कामगारों की सुरक्षित वापसी कराने और अब उन्हें रोजगार मुहैया करने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लोहा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने भी माना है। पाकिस्तान के चर्चित समाचार पत्र ‘द डॉन’ के संपादक फहद हुसैन ने कहा है कि कोविड-19 पर नियंत्रण पाने के बारे में पाकिस्तान को उत्तर प्रदेश से सीखने की जरूरत है।
फहद ने अपने ट्वीट के साथ एक ग्राफ शेयर करते हुए लिखा है, ‘ये ग्राफ ध्यान से देखिए। उत्तर प्रदेश और पाकिस्तान की तुलना की जाए तो आप ये देख सकते हैं कि पाकिस्तान में उत्तर प्रदेश से कहीं अधिक मौतें हुई हैं। उन्होंने एक चार्ट के माध्यम से इसे समझाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराया, लेकिन पाकिस्तान में यह नहीं हो सका जिसका नतीजा है कि यहां संक्रमण और मौतों की दर ज्यादा है, जबकि उत्तर प्रदेश में कम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 22.50 करोड़ के करीब है और पाकिस्तान की 20 करोड़ से थोड़ी अधिक। दोनों का प्रोफाइल एक जैसा है और साक्षरता दर भी समान है। पाकिस्तान में उत्तर प्रदेश के मुकाबले प्रति किलोमीटर जनसंख्या घनत्व कम है और प्रति व्यक्ति आय अधिक है। लेकिन, तब भी उत्तर प्रदेश में कोविड 19 से कम मौतें हुई हैं।
फहद ने ग्राफ के जरिए क्षेत्रफल, जनसंख्या, जनसंख्या में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की भागीदारी, साक्षरता और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद आदि कई मानकों पर पाकिस्तान और उत्तर प्रदेश की तुलना की है। बताया है कि पाकिस्तान में एक वर्ग किलोमीटर में आबादी का घनत्व जहां 275 है, वहीं उत्तर प्रदेश में 932, पाकिस्तान में 45 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के लोगों की आबादी 3.80 करोड़ है।
उत्तर प्रदेश में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों की आबादी 4 करोड़ है। पाकिस्तान में साक्षरता 59 प्रतिशत है तो उत्तर प्रदेश में 68 प्रतिशत है। फहद ने ग्राफ के माध्यम से बताया कि पाकिस्तान में 23 मार्च से कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए और बढ़ते ही चले गए, जबकि उत्तर प्रदेश में अप्रैल के पहले हफ्ते से मामले बढ़ने शुरू हुए लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में रहे। फहद हुसैन ने उत्तर प्रदेश ने इसी तरह महाराष्ट्र की अपने देश से तुलना की है। इस तरह पाकिस्तान की मीडिया ने इमरान खान सरकार को आईना दिखाने का काम किया है। भारत विरोधी गतिविधियों में हमेशा लिप्त रहने वाले पाकिस्तान में एक प्रतिष्ठित अखबार का मुख्यमंत्री योगी के कार्यों का मुरीद होना यहां भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने आज कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई के दौरान योगी सरकार ने असाधारण काम किया है। उन्होंने सरकार के अच्छे कार्यों की आलोचना करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि फिर भी भारत में कुछ ऐसे हैं जो इसे पहचानने में नाकाम हैं।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने व्यंग भरे अंदाज में कहा कि राहुल, प्रियंका सुनें। योगी जी का पाकिस्तान में डंका, बुआ-बबुआ की लग गई लंका। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रमुख अखबार द डॉन के संपादक ने उत्तर प्रदेश की तुलना पाकिस्तान से करते हुए कहा जनसंख्या और साक्षरता में उत्तर प्रदेश और पाकिस्तान बराबर है लेकिन यूपी कोरोना वायरस से लड़ने में पाकिस्तान से बहुत आगे रहा।