17 अक्टूबर इतिहास के पन्नों में
सेवा की कोई सीमा नहींः वे 1910 में अल्बानिया में पैदा हुईं, 18 साल की उम्र में आयरलैंड पहुंचीं, फिर एक साल बाद भारत आ गईं।कोढ़ जैसी बीमारी से ग्रस्त लोगों की सेवा करने लगीं। इस काम में वे ऐसे रमीं कि 1948 में उन्होंने भारत की नागरिकता ले ली। बात मदर टेरेसा की हो रही है। उनका मूल नाम एग्नेस गोंझा बोयाजिसू था, पर यह नाम और उनके कैथलिक नन होने को याद रखने की जरूरत किसे है। उन्होंने दुनिया में शांति और सेवा का जो उदाहरण रखा, उससे वे संत घोषित की गईं। संत बनना भी उनके धर्म की बात है। पूरी दुनिया उन्हें 1979 में आज ही के दिन मिले नोबेल शांति पुरस्कार और 1980 में प्राप्त भारत रत्न जैसे सम्मान के कारण भी जानती है। मदर टेरेसा ने मिशनरीज ऑफ चेरिटी की स्थापना की। उनके निधन तक इस संस्था की 130 देशों में 610 मिशन काम कर रहे थे। इनमें एड्स, कुष्ट और तेदिक रोगियों के लिए अस्पताल, धर्मशालाएं और बच्चों के लिए परामर्श केंद्र के साथ स्कूल शामिल हैं।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएंः
1817 – इस्लामिक सुधारक और नेता सर सैयद अहमद खां का जन्म।
1870 – कलकत्ता बंदरगाह संवैधानिक निकाय प्रबंधन के तहत शामिल।
1888 – वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन का ऑप्टिकल फोनोग्राफ के पेटेंट के लिए आवेदन।
1912 – बुल्गारिया, यूनान और सर्बिया की ओटोमन साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई की घोषणा।
1917 – प्रथम विश्व युद्ध में ब्रिटेन का पहली बार जर्मनी पर हवाई हमला।
1933 – प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन नाजी जर्मनी से अमेरिका चले गये।
1941 – द्वितीय विश्व युद्ध में पहली बार जर्मनी की पनडुब्बी का अमेरिकी पोत पर हमला।
1955 – हिन्दी फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री स्मिता पाटिल का जन्म।
1970 – भारतीय किक्रेट खिलाड़ी अनिल कुंबले का कर्नाटक की राजधानी बेंगलोर (अब बेंगलुरु) में जन्म।
1998 – नाइजीरिया के जेसी शहर में एक पाइप लाइन विस्फोट में एक हजार,082 लोगों की मौत।
2003 – अंतरिक्ष में एशिया के पहले और रूस के बाद तीसरे देश के रूप में मानव भेजने में चीन की सफलता।
2009 –मालदीव ने पानी के अंदर दुनिया की पहली कैबिनेट बैठक कर ग्लोबल वार्मिंग (जलवायु परिवर्तन) के खतरे से आगाह किया।
2013 – इराक में सिलसिलेवार हमले में 59 लोगों की मौत।