मुंबई, 24 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फिलहाल अभी सोमवार से महाराष्ट्र में विमान सेवा शुरू करने पर असमर्थता जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए अभी यहां से घरेलू उड़ानें शुरू करने की स्थिति नहीं है। इस बारे में रविवार सुबह उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्यन मंत्री से भी बात करके वक्त मांगा है।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि आज सुबह मैंने नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से बात की और उनसे अनुरोध किया कि हमें घरेलू हवाई यात्रा फिर से शुरू करने के लिए तैयारी करने का कुछ समय दिया जाए।उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि इस समय मुंबई सहित महाराष्ट्र में कोरोना के मरीज बड़ी तादाद में मिल रहे हैं। इसलिए उन्हें विमान सेवा के लिए लगने वाली व्यवस्था के लिए कुछ वक्त लग सकता है। इसका आकलन करना होगा। इसलिए इसके लिए वक्त मांगा है। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि 31 मई तक लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। हमें देखना होगा कि हम कैसे आगे बढ़ें। आने वाला समय महत्वपूर्ण है क्योंकि वायरस तेजी से बढ़ रहा है। मैं मेडिकल बिरादरी के साथ हर परिस्थिति में होने का भरोसा दिलाता हूं।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद राज्य में जनजीवन को पटरी पर लाने का प्रयास जारी है लेकिन लोगों को भी संयम रखना आवश्यक है। मुसलमान भाई घर में रहकर ईद मनाएं तथा सभी धर्म के लोग घर में ही अपने इष्ट देव से कोरोना जैसे संकट से मुक्ति की प्रार्थना करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय महाराष्ट्र कोरोना जैसे संकटकाल के दौर में हैं, इसलिए कोई भी इस पर राजनीति न करें। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोगों के मन में सवाल है कि 31 मई के बाद क्या होगा? लॉकडाउन का क्या होगा? मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन का अब नाम ही मत लीजिए लेकिन जिस तरह से अचानक लॉकडाउन लाद दिया गया, उसी तरह इसे अचानक समाप्त नहीं किया जा सकता। वह धीरे-धीरे इसे खत्म करेंगे और धीरे-धीरे एक के बाद एक इस तरह जीवनावश्यक सेवाएं शुरू की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के बाद जीवन को पटरी पर लाने के लिए वह प्रयास कर रहे हैं। राज्य में 50 हजार कारखाने शुरू कर दिए गए हैं और साढ़े 5 लाख श्रमिकों ने काम करना भी शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने राज्य में सवा से डेढ़ लाख तक मई के अंत तक कोरोना मरीज होने का अंदाजा व्यक्त किया था लेकिन राज्य में अब तक सिर्फ 47 हजार ही कुल कोरोना मरीज मिले हैं। इनमें से 14 हजार से अधिक मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। इस समय सिर्फ 33 हजार कोरोना मरीजों का इलाज अस्पतालों में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना से सख्ती से निपट रही है। इसी वजह से कोरोना के मरीजों की संख्या पर नियंत्रण हो सका है।