नई दिल्ली, 03 जून (हि.स.)।भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने कहा कि 10 फीसदी की विकास दर हासिल करने के लिए 5.74 लाख करोड़ रुपये की दरकार है। सीआईआई ने वित्त वर्ष 2019-20 में देश की विकास दर सात प्रतिशत से 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
सीआईआई के अध्यक्ष विक्रम किर्लोस्कर ने यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि देश को अगर ग्रामीण और युवा भारत की आकांक्षाओं को पूरा करना है तो उसे दस फीसदी के विकास दर की आवश्यकता है। कैपेक्स पर उपभोग, निवेश, सरकार के व्यय को प्रोत्साहित करने और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए यह आवश्यक है।
किर्लोस्कर ने कहा कि राजकोषीय प्रदर्शन की वर्तमान तस्वीर के लिए, राजकोषीय स्वास्थ्य व्यवस्था को राजस्व और पूंजीगत व्यय की गुणवत्ता, राजस्व प्राप्तियों की गुणवत्ता, राजस्व और राजकोषीय घाटे को एक समग्र सूचकांक के रूप में जीडीपी को ध्यान में रखते हुए मापा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास को रफ्तार देने के लिए इक्विटी पर कर में कटौती करनी चाहिए इससे पूंजी वृद्धि और निवेश दोनों में मदद मिलेगी।