चंडीगढ़, 06 सितंबर (हि.स.)। पंजाब के तरनतारन के गांव कलेर-पंडोरी में हुए बम धमाके के तार टेरर फंडिंग से जुड़े होने के संकेत मिले हैं। पंजाब सरकार की अपील के बाद एनआईए के छह सदस्यों की टीम ने शुक्रवार को इस मामले की जांच शुरू कर दी है। एनआईए के सहयोग के लिए एनएसजी के बम विशेषज्ञों की टीम भी तरनतारन पहुंचकर जांच में जुट गई है। तरनतारन के गांव कलेर-पंडोरी में बुधवार की रात बम धमाका हुआ था।
धमाका उस समय हुआ जब गांव बछाड़े निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी तथा कदगिल कलां निवासी विक्रम सिंह खेतों में दबी बमनुमा वस्तु निकाल रहे थे। इस धमाके में उनका एक साथी गुरजंट सिंह भी घायल हो गया है। पंजाब पुलिस ने गुरूवार को जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि धमाके में विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल हुआ है जिसके चलते सरकार ने आनन-फानन में मामले की जांच एनआईए के हवाले कर डाली। एनआईए की एक टीम आज सुबह घटनास्थल पर पहुंची और वहां से कुछ नमूने लिए।
इसके अलावा एफएसएल व नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की विस्फोटक विशेषज्ञ टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। इसी दौरान आईबी के अधिकारियों ने भी आज घटनास्थल का दौरा किया। इसी दौरान पंजाब पुलिस तथा एनआईए की टीम ने धमाके में घायल हुए गुरजंट सिंह के साथी हरजीत सिंह के घर में भी दबिश देकर वहां से राइफल व जिंदा कारतूस बरामद किए। एनआईए ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए करीब एक दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए युवकों में कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने पिछले दिनों अपने सोशल मीडिया अकांउट पर देश विरोधी पोस्ट शेयर किए हैं।