पथ निर्माण मंत्री पर तेजस्वी ने बोला हमला

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मुख्यमंत्री से की बर्खास्त करने की मांगपुल के एक हिस्से के ध्वस्त होने का कारण आरसीपी टैक्स को बताया  



पटना, 16 जुलाई (हि.स.) । गोपालगंज में सत्तर घाट पुल का संपर्क पथ टूटने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार सरकार पर हमलावर हैं। तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि आरसीपी टैक्स के कारण बिहार में नवनिर्मित पुल टूट रहे हैं। पुल  किन हालातों में टूटा, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। लेकिन तेजस्वी ने उससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री तुरंत नंदकिशोर यादव को मंत्री पद से बर्खास्त करें।

तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में पुल टूटना अब आम बात हो गई है। इसके पहले कहलगांव में उद्घाटन के एक दिन पहले बांध टूट गया था। बिहार में चूहे बांध तोड़ देते हैं और यहां 15 साल में सरकार 55 घोटालों का रिकॉर्ड बना देती है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में आरसीपी टैक्स देकर ट्रांसफर पोस्टिंग जबतक होती  रहेगी , तबतक पुल टूटते रहेंगे। नेता प्रतिपक्ष ने पुल निर्माण करने वाली वशिष्ठा कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने और पुल के निर्माण में खर्च आए कुल 264 करोड़ की रिकवरी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसे मामलों में छोटी मछलियों पर कार्रवाई होती है और क्योंकि बड़ी मछलियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होता है। नीतीश सरकार में यह ट्रेंड शुरू हो चुका है कि पुल बने और टूट जाए। उन्होंने कहा कि  बिहार में हर तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश सरकार ने 15 साल के शासन में कुछ भी नहीं किया। 15 साल में 16 हजार बलात्कार के मामले सामने आए हैं। लॉकडाउन पीरियड में महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में विकास की गंगा बह रही है, क्योंकि नीतीश कुमार थक गए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार में अगर थोड़ी भी नैतिकता बची है तो उन्हें नंदकिशोर यादव को बर्खास्त करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री के पद से मंगल पांडेय को बर्खास्त नहीं किए जाने का नतीजा बिहार देख रहा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार निगेटिव पाए गए हैं, यह राहत की बात है, लेकिन कम से कम उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया और जनता को संबोधित करना चाहिए।

 


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