लखनऊ, 07 अगस्त (हि.स.)। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के बीच करीब चार महीने बाद शनिवार से तेजस एक्सप्रेस का संचालन कोरोना प्रोटोकॉल के साथ शुरू कर दिया है। फिलहाल तेजस एक्सप्रेस का संचालन अभी सप्ताह में चार दिन शनिवार, रविवार, सोमवार और शुक्रवार को किया जाएगा।यात्रियों की सुविधा के लिए खानपान की सभी सुविधाएं पहले की तरह बहाल कर दी गई हैं।
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम ने करीब चार महीने बाद तेजस एक्सप्रेस का संचालन लखनऊ से नई दिल्ली के बीच शुरू कर दिया है। शनिवार सुबह 6:09 बजते ही गार्ड ने सीटी बजाई तो सभी ऑटोमेटिक गेट एक बटन से बन्द हो गए। लोको पायलट ने हॉर्न दिया और वॉकी-टॉकी पर गार्ड और लोको पायलट के बीच संदेश पास हुआ और तेजस चल पड़ी। हालांकि कुछ दूर चलते ही ट्रेन को रोकना पड़ा। ट्रेन रवाना होने तक एक यात्री छूट गया था।
ट्रेन होस्टेज ने नवाबी परिधान में यात्रियों का किया स्वागत
तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को पहले की ही तरह बेहतर सर्विस उपलब्ध कराई जा रही है। इस बार ट्रेन होस्टेज ने नवाबी परिधान में यात्रियों का स्वागत किया। सभी कोचों के गेट पर ट्रेन होस्टेज के मोबाइल फोन में पेपरलेस आरक्षण चार्ट था। ट्रेन होस्टेज चार्ट देखकर यात्रियों की बोगी और उनकी सीट बता रही थीं।यात्रियों का सत्कार उनको अतिथि होने की अनुभूति करा रही थी।
तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों की सहायता के लिए खास प्रबंध
आईआरसीटीसी ने प्लेटफार्म पर खड़ी तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों की सहायता के लिए ने खास तैयारी की थी। महिला और वृद्ध यात्रियों के वजनी सामान को उठाने में सुरक्षा कर्मियों ने उनकी सहायता की। प्लेटफॉर्म पर आए सभी यात्रियों के शरीर के तापमान को नापने के साथ उनके सामान (लगेज) को सैनिटाइज किया गया। साथ ही ऐसे यात्री जिनके पास आरक्षण टिकट नहीं था। उनके लिए लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म छह पर ही करंट काउंटर खोला गया है।
आईआरसीटीसी के नए मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक(सीआरएम) अजित कुमार सिन्हा ने ट्रेन के रवाना होने से पहले सभी बोगियों का निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा लिया। बोगी के भीतर बटन से ही स्लाइडिंग दरवाजे को चेक किया। यात्रियों को दिया जाने वाला भगवा रंग की पैकिंग में रेल नीर और अन्य खानपान की पैकिंग को भी जांचा गया। तेजस एक्सप्रेस में लखनऊ से ज्यादा बुकिंग कानपुर से यात्रियों ने कराई है। इसलिए एसी चेयरकार और एक्सक्यूटिव क्लास में लखनऊ से कई सीटें खाली रहीं। रास्ते में तेजस एक्सप्रेस लेट न हो इसके लिए कन्ट्रोल रूम में कंट्रोलर एवं एक अधिकारी की तैनाती की गई है।
तेजस एक्सप्रेस के सभी स्टाफ को लगवाई गई है कोरोना वैक्सीन
लखनऊ से नई दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस देश की पहली ट्रेन है जिसमें ट्रेन होस्टेज से लेकर सभी स्टाफ के लिए कोरोना वैक्सीनेशन अनिवार्य है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी को कोरोना वैक्सीन लगवाई गई है। कुल 16 बोगियों वाली इस ट्रेन में चेयरकार की 12 और एक्सक्यूटिव की दो बोगियां है। साथ ही जनरेटर कार की दो बोगी सहित 16 बोगियों का रैक तेजस का है।
तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों से लिया जाएगा फीडबैक
तेजस एक्सप्रेस में भविष्य में और कौन सी नई सर्विस शुरू की जाए। इसके लिए आईआरसीटीसी तेजस के यात्रियों का फीडबैक भी लेगा। शनिवार से ही ट्रेन में यात्रियों से फीडबैक लेने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। सीआरएम अजित कुमार सिन्हा ने बताया कि फीडबैक के आधार पर सर्विस और बढ़िया की जाएगी। हमारा लक्ष्य इस ट्रेन में विमान सेक्टर के यात्रियों को अधिक से अधिक जोड़ना है।
तेजस में यात्रियों की संख्या बढ़ाने पर आईआरसीटीसी का पूरा फोकस
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजित कुमार सिन्हा ने बताया कि तेजस एक्सप्रेस की बेहतर सर्विस ही उसकी पहचान है। इसलिए तेजस एक्सप्रेस की सर्विस को और बेहतर किया जाएगा। लखनऊ जंक्शन पर ऑन बोर्ड टिकट काउंटर की सुविधा उपलब्ध है। जहां पहुंचकर यात्री अपना टिकट बुक करवा सकते हैं।
तेजस में 40 प्रतिशत सस्ते टिकट होंगे बुक
तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को चेयरकार और एक्जक्यूटिव क्लास में शुरुआती 40 प्रतिशत सीटें इकोनामी फेयर पर आरक्षित की जाएंगी। ट्रेन का अधिकतम किराया सामान्य किराए से 30 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा। तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को आईआरसीटीसी 30 दिन पहले एडवांस टिकट बुकिंग की सुविधा देगा। फिलहाल तेजस एक्सप्रेस के सभी क्लास में सीटें खाली हैं।
तेजस एक्सप्रेस का लखनऊ जंक्शन से रवाना होने का समय
तेजस एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन से सुबह 6:10 बजे रवाना होकर नई दिल्ली दोपहर 12:25 बजे पहुंचेगी। वापसी में नई दिल्ली से अपराह्न 03:40 बजे चलकर रात 10:05 बजे लखनऊ जंक्शन पर पहुंचेगी।
तेजस एक्सप्रेस का अब तक का सफर
तेजस एक्सप्रेस का संचालन चार अक्टूबर 2019 को शुरू हुआ था। यह ट्रेन 18 मार्च 2020 तक खूब दौड़ी। कोरोना के कारण संपूर्ण लाकडाउन में ट्रेन को 19 मार्च 2020 से बंद कर दिया गया था। सात महीने बाद 17 अक्टूबर 2020 को तेजस फिर से दौड़ने लगी, लेकिन दीपावली पर ट्रेन को यात्री नहीं मिले थे। इस कारण तीन नवंबर 2020 को तेजस को फिर से बंद करना पड़ा। कोरोना की दूसरी लहर में ट्रेन को चार अप्रैल से बंद कर दिया गया था। फिलहाल तेजस एक्सप्रेस के लिए कोरोना के कारण कम हुई यात्रियों की संख्या को वापस हासिल करना एक बड़ी चुनौती है।