पटना, 28 मई (हि.स.)। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा कि जिसे तेजस्वी का नेतृत्व पसंद नहीं वे पार्टी छोड़ कर चले जाएं। उन्होंने कहा कि वे हमेश तेजस्वी साथ हैं। यह बात उन्होंने मंगलवार को पार्टी की समीक्षा बैठक के बाद कही। इससे पहले तेजप्रताप ने कहा कि मेरी नजर में बिहार में राजद की महाशिकस्त के लिए वे लोग जिम्मेदार हैं जिन्होंने टिकट बांटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका कहना है कि टिकट बांटने वाले लोगों को ही राजद की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।तेज प्रताप यादव ने अपने खत में आपराधिक बैकग्राउंट वाले उम्मीदवारों के खिलाफ भी मोर्चा खोलते हुये कहा है कि वह शुरु से ऐसे उम्मीदवारों को टिकट देने के खिलाफ थे। वह हमेशा ऐसे लोगों और परिवार को तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ आवाज उठाते रहे लेकिन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया। तेजस्वी यादव को लिखे खते में उन्होंने खुलकर कहा है कि वह बार-बार तेजस्वी यादव को उनके इर्दगिर्द रहने वाले लोगों से सावधान कर रहे थे। उन्होंने जो कुछ भी कहा पार्टी के हित में कहा। लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गयी। उन्होंने कहा कि टिकट अच्छे और ईमानदार उम्मीदवारों को देना चाहिए था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि आगे हमलोगों को मिलकर लड़ना है।
बाद में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिसको तेजस्वी का नेतृत्व पसंद नहीं वह पार्टी छोड़कर चला जाय। उन्होंने कहा कि वह हर परिस्थिति में अपने भाई तेजस्वी यादव के साथ हैं। और 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। साथ उन्होंने यह भी कहा कि शिकस्त से मायूस होने की जरुरत नहीं है। आगे लंबी लड़ाई बाकी है। उसकी तैयारी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नीचले स्तर पर संगठन को मौजूद करने की जरुरत है। आपस मैं तू-तू मैं मैं करने और लड़ने झगड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा।