नई दिल्ली, 10 सितम्बर (हि.स.)। बिहार में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना व ई-गोपाला ऐप के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में की। उन्होंने कहा- रउआ सभी के प्रणाम बा, बिहार खातीर, गांव जिंदगी के आसान बनावे के खातीर-मछली पालन से जुड़ी सैंकड़न योजनाओं के शीलान्यास भईल, लोगन को बधाई दे तानी। अपने संबोधन के दौरान भी उन्होंने भोजपुरी भाषा का प्रयोग किया। संबोधन से पहले उन्होंने कृषि, मछली पालन और पशु पालन से जुड़ी कई योजनाओं के लाभार्थियों से बात की और उनका उत्साह बढ़ाया।
पूर्णिया की मोनिका भारती ने बताया कि वे दुग्ध उत्पादन समिति से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने दो गाय से रोजगार की शुरुआत की है। मोनिका की लगन से पीएम मोदी काफी प्रभावित हुए और उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ने को कहा। मोनिका का साथ देने के लिए उनके परिवार की तारीफ की। पीएम मोदी ने बरौनी के ब्रिजेश कुमार को गुजरात आने का न्योता दिया। ब्रिजेश कुमार ने टेक्नॉलजी की पढ़ाई की है और कुछ सालों तक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में काम भी किया है।
ब्रिजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इस काम को छोड़कर गांव में पशुपालन करने का काम शुरू किया। वे अब स्कूली बच्चों को भी कृषि और पशुपालन के बारे में बता रहे हैं। गांव में किसीनों को मुर्गी पालन, मिल्किंग मशीन व वर्मी कंपोस्ट के बारे में ट्रेनिंग दे रहे हैं। ब्रिजेश की बातें सुनकर पीएम मोदी ने उन्हें तीन सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि वे अपनी तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल करके किसानों के लिए एक ऐप का विकास कर सकते हैं, जिसमें 10 -10 मिनट के कृषि संबंधित जानकारियों वाले वीडियो अपलोड किए जा सकें। उन्होंने भारत सरकार के गोबर धन योजना से भी जुड़ने की अपील की साथ ही दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में विकास को समझने के लिए गुजरात आने का भी निमंत्रण दिया।
मधेपुरा के ज्योति मंडल ने मछली पालन के बारे में पीएम को बताया कि वे गांव में मछली पालन कर रहे हैं। इसके कारण गांव व आसपास मछली पालन करने वाले लोगों की आय 5 से 10 फीसदी बढ़ गई है। प्रधानमंत्री ने फिश ऑन वील की शुरुआत करने वाले राजू कुमार को भी आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।