तरुण गोगोई का निधन, असम में शोक की लहर
गुवाहाटी, 23 नवम्बर (हि.स.)। लगातार तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का सोमवार को लंबी बीमारी के पश्चात निधन हो गया। उनके निधन की खबर आते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई का इलाज गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा था। उनका निधन 86 वर्ष की उम्र में जीएमसीएच में शाम 05.34 पर हुआ।
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने गोगोई के निधन का समाचार मिलते ही अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और जीएमसीएच पहुंच कर चिकित्सकों से जानकारी हासिल की। राज्य के स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा आदि मामलों के मंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने बताया कि तरूण गोगोई के निधन की जानकारी जीएमसीएच के अधीक्षक ने औपचारिक रूप से दी।
तीन बार मुख्यमंत्री के पद पर आसीन रहे
तरुण गोगोई 2001 में पहली बार असम के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए थे। असम की राजनीति के इतिहास में तरुण गोगोई एकमात्र ऐसे राजनेता थे जो लगातार तीन बार मुख्यमंत्री के पद पर आसीन रहे। तरूण गोगोई अपने छात्र जीवन से ही राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश किया था। उनका जन्म 11 अक्टूबर, 1934 को तत्कालीन शिवसागर जिले के जोरहाट के रंगाजान चाय बागान में हुआ था। उनके पिता डॉ. कमलेश्वर गोगोई रंगाजान चाय बागान में चिकित्सक और माता उषा गोगोई असम के विख्यात पापरी कवि गणेश गोगोई की छोटी पुत्री थीं।
प्राथमिक शिक्षा और निजी जीवन
गोगोई ने प्राथमिक शिक्षा 26 नम्बर रंगाजान के बुनियादी विद्यालय से शुरू की थी। वर्ष 1949 में जोरहाट सरकारी हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। उसके पश्चात ऊपरी असम के प्रसिद्ध उच्च शिक्षा संस्थान जगन्नाथ बरुवा महाविद्यालय में दाखिला लिया और वहां से उन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके पश्चात उन्होंने गौहाटी विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की। 1972 में तरुण गोगोई गुवाहाटी विश्वविद्यालय से प्राणी विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर डॉली गोगोई के साथ विवाह बंधन में बंधे। तरुण गोगोई के दो संतान पुत्री चंद्रिमा गोगोई और पुत्र व कलियाबर के सांसद गौरव गोगोई हैं। गौरव गोगोई कलियांबर संसदीय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं। वर्तमान में कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय समिति में गौरव गोगोई का काफी प्रभाव है।
कोरोना संक्रमित होने के बाद से आई स्वास्थ्य में गिरावट
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के पश्चात 26 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को गुवाहाटी मेडिकल कालेज अस्पताल (जीएमसीएच) में भर्ती कराया गया था जहां पर उन्हें प्लाज्मा चढ़ाया गया। लंबे इलाज के बाद वे कोरोना जो पूरी तरह मुक्त हो गए। उसके बाद चिकित्सकों ने उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी। घर पहुंचने के अल्प समय बाद ही उनके स्वास्थ्य में फिर से गिरावट देखी गई। फिर से उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद फिर से वे स्वस्थ हो गये और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी। इस बीच पुनः उनके स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट होने लगी जिसके बाद उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। बीच-बीच में उनके स्वास्थ्य में सुधार होता रहा और उनके स्वस्थ होने की उम्मीदें काफी बढ़ गई थीं।
शनिवार से उनके स्वास्थ्य में अचानक तेजी से गिरावट होने लगी। चिकित्सकों ने पूरी तन्मयता से उनके इलाज की व्यवस्था की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने शनिवार को जीएमसीएच पहुंचकर चिकित्सकों से चर्चा की तथा दिल्ली स्थित एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से लगातार परामर्श लेते हुए उनकी चिकित्सा जारी रखने का निर्देश दिया। दुर्भाग्य से सोमवार की शाम जीएमसीएच में 05.34 बजे उनका निधन हो गया। उनके निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गयी है।