काबुल, 19 अगस्त (हि.स.)। अफगानिस्तानी तालिबान के साथ पाकिस्तान का तालिबानी संगठन खुलकर बधाई देते हुए एकजुटता दिखा रहा है। तालिबान ने काबुल जेल में कैद महसूद समेत तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के एक हजार आतंकियों को रिहा कर दिया है।
टीटीपी के प्रमुख मुफ्ती नूर वली महसूद ने अफगानिस्तान में तालिबान की जीत पर तालिबान के प्रमुख मुल्ला हिबतुल्लाह अखुंदजादा को बधाई दी है। महसूद ने टीटीपी के मुजाहिदीनों की ओर से अपनी निष्ठा तालिबान प्रमुख के प्रति जताते हुए कहा कि इस्लामिक अमीरात का वह पूरा समर्थन करते हैं।
काबुल की बगराम जेल से रिहा किए गए टीटीपी के एक हजार कमांडरों में मौलाना फाकिर मुहम्मद भी शामिल है। यह टीटीपी का पूर्व उप प्रमुख है। इससे पहले फाकिर का अलकायदा प्रमुख आयमन अल जवाहिरी से भी नजदीकी रिश्ता था। फाकिर को अफगान सुरक्षा बलों ने 2013 में गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान इसका प्रत्यर्पण चाहता था।
इसके अलावा, रिहा किए गए तालिबान कमांडरों में वकास महसूद, हमजा महसूद, जारकावी महसूद, जैयतुल्ला महसूद, कारी हमीदुल्ला महसूद, हमीद महसूद और मजहर महसूद प्रमुख हैं। वैसे अब तक कुल 2300 अहम टीटीपी कमांडरों को रिहा किया जा चुका है। इन्हें वजीरिस्तान, सरगोधा, स्वात और बाजौर की जेलों से छोड़ा गया है।
टीटीपी प्रमुख मुफ्ती नूर वली महसूद ने बुधवार को कहा कि वह मुल्ला याकूब और मुल्ला बिरादर को भी बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि यह जीत समूचे मुस्लिम उम्माह की जीत है। समूची इस्लामी बिरादरी का भविष्य इसी पर निर्भर है।
महसूद ने कहा कि उनके तालिबान से अच्छे संबंध हैं। उन्होंने पाकिस्तान के साथ अपना संघर्ष जारी रखने का एलान किया। उन्होंने तालिबान प्रमुख को काबुल में कैद टीटीपी के एक हजार कमांडर को भी रिहा करने के लिए शुक्रिया कहा है। इन सभी को काबुल की जेल से छोड़ा गया है। नूर वली महसूद पर अमेरिका ने बीस लाख डालर का इनाम घोषित कर रखा है।