ताइवान ने विवादित दक्षिण चीन सागर में भेजी पनडुब्बी

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ताइपे, 9 नवंबर (हि.स.)। ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से मंगलवार को कहा गया है कि उसने अपने विवादित दक्षिण चीन सागर द्वीप ताइपिंग के पास सैन्य अभ्यास में भाग लेने के लिए एक हाई लुंग पनडुब्बी भेजी है।

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बीजिंग के साथ बढ़ते तनाव के बीच ताइवान पर पूर्ण पैमाने पर हमला शुरू करने की बजाय कम्युनिस्ट शासन ताइपिंग और ताइवान के अन्य द्वीप डोंगशा पर नियंत्रण करने की कोशिश कर सकता है।

तटरक्षक प्रशासन द्वीपों के पास गश्त के लिए जहाजों को भेजता है लेकिन नौसेना के हाई लंग ने क्षेत्र में नियमित अभ्यास में भाग लिया। वर्तमान में ताइवान की नौसेना 1980 के दशक के दौरान नीदरलैंड में निर्मित दो पनडुब्बियों का संचालन करती है। हालांकि ताइवान अब अपनी पहली स्वदेशी पनडुब्बी के निर्माण की प्रक्रिया में है।

राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में ताइपिंग द्वीप के पास हाई लुंग के समय और गतिविधियों के बारे में विस्तृत तरीके से नहीं बताया गया है। हालांकि, इसने इस बात पर जोर दिया कि शांतिकाल में पनडुब्बी का उपयोग समुद्री गलियों और क्षेत्रीय जल की रक्षा के लिए किया जाएगा जबकि युद्धकाल में इसे दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने और खदानों को बिछाने का आदेश दिया जा सकता है।

हाई लुंग और उसकी सहयोगी पनडुब्बी, हाई हू, छह 21-इंच टारपीडो ट्यूबों से लैस हैं। दोनों पनडुब्बियां सतह और पानी के भीतर के लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए हार्पून मिसाइल दाग सकती हैं। इससे पहले शनिवार को ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि पिछले 24 घंटों के भीतर 20 चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में घुसपैठ की।

मंत्रालय ने शनिवार शाम को कहा कि 10 शेनयांग जे-16 और छह चेंगदू जे-10 लड़ाकू विमानों ने ताइवान के एडीआईजेड का उल्लंघन किया है। 16 युद्धक विमानों ने ताइवान के एडीआईजेड के दक्षिण-पश्चिम कोने में प्रवेश किया, जो कि डोंगशा द्वीप समूह (प्रतास द्वीप समूह) के उत्तर-पूर्व में है।


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