दुनिया की सबसे आकर्षक टी-20 लीग होने के बावजूद भारतीय टीम हर प्रारूपों को लेकर उत्साहित : ब्रायन लारा

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क्रिकेट के क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं विराट कोहली : लारा 



नई दिल्ली, 16 दिसम्बर (हि.स.)। वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने भारतीय क्रिकेट टीम की तारिफ की है। उन्होंने कहा है कि भारतीय टीम हर प्रारूपों को लेकर उत्साहित रहती है।
लारा ने कहा, ”भारतीय क्रिकेट टीम के पास दुनिया की सबसे आकर्षक टी-20 लीग (आईपीएल) है, लेकिन वे टेस्ट क्रिकेट और बाकी प्रारूपों को लेकर भी उत्साहित रहते हैं। उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली को क्रिकेट का क्रिस्टियानो रोनाल्डो बताया। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी को ‘अविश्वसनीय स्तर’ तक ले जाने के लिए अपनी प्रतिभा को निखारने के कोहली के फन के वह मुरीद हैं। उन्होंने कहा कि यह विराट की तैयारी के अलावा क्रिकेट के प्रति उनके असाधारण समर्पण की भी बात है। मुझे नहीं लगता कि वह केएल राहुल या रोहित शर्मा से ज्यादा प्रतिभाशाली हैं, लेकिन खुद को तैयार करने के लिए उसका समर्पण उसे अलग बनाता है। वह क्रिकेट का क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं। विराट की फिटनेस का स्तर और मानसिक दृढ़ता अविश्वसनीय है।
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज क्रिकेट को अपनी सेवाएं देने के बारे में कहा कि वे वेस्टइंडीज क्रिकेट को अपनी सेवाएं देने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन कैरेबियाई क्रिकेट बोर्ड को तय करना होगा कि उनकी सेवाओं की कितनी जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘यह बोर्ड को तय करना है कि वह किनकी सेवाएं चाहता है, पहले भी कई पूर्व क्रिकेटरों ने काम किया है। जहां तक मेरा सवाल है तो हो भी सकता है, कौन जानता है।
लारा ने की बेन स्टोक्स की तारीफ
लारा ने इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि स्टोक्स ने विश्व कप और एशेज में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने हेडिंग्ले में एशेज टेस्ट में स्टोक्स की 135 रनों की नाबाद पारी के बारे में कहा, ‘वह असाधारण पारी थी। उन्हें न सिर्फ उस पारी का, बल्कि विश्व कप फाइनल में 84 रनों की नाबाद पारी का श्रेय भी दिया जाना चाहिए। इससे कुछ समय पहले ही उन्होंने काफी खराब दौर देखा था और उससे उबरकर एक मजबूत क्रिकेटर के तौर पर उसने वापसी की।
टी-20 लीग खेलकर पैसा कमाने का मौका मिलता है तो क्यों नहीं
वेस्टइंडीज क्रिकेट की मौजूदा दशा और अधिकांश खिलाड़ियों के टी-20 लीगों में खेलने के बारे में उन्होंने कहा, हर क्रिकेटर की अपनी पसंद होती है। सत्तर के दशक में कैरी पैकर के समय भी ऐसा देखा गया था। यह कोई नई बात नहीं। हर कोई तो वेस्टइंडीज टीम में नहीं होगा तो अगर टी-20 लीग खेलकर पैसा कमाने का मौका मिलता है तो क्यों नहीं। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बुराई है।

 


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