निलंबित सांसदों ने समाप्त किया धरना, मानसून सत्र का करेंगे बहिष्कार
नई दिल्ली, 22 सितम्बर (हि.स.)। राज्यसभा से निलंबित किए जाने के विरोध में संसद भवन परिसर में धरने पर बैठे विपक्ष के 8 सांसदों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है। हालांकि उन्होंने विपक्ष के अन्य नेताओं के साथ मानसून सत्र का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
अभद्र व्यवहार को लेकर सोमवार को निलंबित हुए सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना शुरू किया था, जो कल रात भर जारी रहा। ऐसे में आज सुबह राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश इन आठ सांसदों से मिलने और उन्हें मनाने पहुंचे। वो अपने साथ चाय-नाश्ता भी लेकर गए थे।
विपक्ष की ओर से कहा गया है कि कृषि विधेयक को लेकर उनकी तीन मांगों के माने जाने तक वो राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार जारी रखेंगे। विपक्ष की मांगों में पहला है कि अगर कोई प्राइवेट प्लेयर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के नीचे फसल बेचता है तो उसको कानूनी सजा होनी चाहिए। दूसरी मांग है, एमएसपी को सीटू फार्मूला ऑफ स्वामीनाथन कमेटी के रूल के हिसाब के फिक्स किया जाए। और तीसरी मांग है कि प्राइवेट एजेंसी के साथ-साथ स्टेट एजेंसी/एफसीआई के लिए भी अनिवार्य होना चाहिए कि वह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे नहीं खरीद सकते।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन के साथ-साथ राजीव सातव,सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा, डोला सेन, के के के रागेश और एलाराम करीम को राज्यसभा में हंगामे के लिए एक हफ्ते को सस्पेंड कर दिया था।