सामुदायिक संक्रमण जानने के लिए दस शहरों में होगा सर्वे

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अहमदाबाद, 27 मई (हि.स) । भारत में कोरोना से संक्रमित की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हो रही है। तमाम कोशिशों के बावजूद देश मे कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 1.47,429  लाख हो गई, जिनमें से 6,500 से ऊपर पॉजिटिव केस पिछले महज 24 घंटों के भीतर सामने आए हैं। इस सबके चलते एक आशंका जताई जा रही है कि कोरोना भारत में तीसरे चरण में पहुंच गया है। क्या  भारत में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण शुरू हो गया है ? केन्द्रीय स्वास्थय मंत्रालय अब इसका पता लगाने के लिए व्यापक सर्वेक्षण करने जा रहा है।  भारत में 10 हॉटस्पॉट शहरों में यह सर्वेक्षण किया जाएगा। जिसमें से एक अहमदाबाद भी है। अहमदाबाद के स्वास्थय विभाग ने यह जानकारी दी है।
जिन 10 शहरों का चयन किया गया है उनमें देश में कोरोनरी यानि हृदय रोग के रोगियों की संख्या सबसे अधिक है। सर्वेक्षण के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और अन्य एजेंसियों द्वारा प्रोटोकॉल भी तैयार किए गए हैं। सबसे ज्यादा मामलों वाले 10 शहरों में मुंबई, दिल्ली, पुणे, अहमदाबाद, ठाणे, इंदौर, जयपुर, चेन्नई और सूरत शामिल हैं, इन शहरों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज हैं।
इस सर्वेक्षण में लोगों का एक समूह का रक्त नमूना एकत्र किया जाएगा और विभिन्न स्तरों पर इसकी निगरानी की जाएगी ।  यह सर्वेक्षण इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ हीनेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल  के अधिकारियों और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किया जाएगा।
सर्वेक्षण प्रक्रिया के अनुसार, अध्ययन दल संक्रमित घरों का दौरा करेगा और उन्हें सर्वेक्षण की प्रक्रिया और उद्देश्य के बारे में सूचित करेगा। तत्पश्चात, परिवारों से लिखित सहमति प्राप्त की जाएगी। मूल जनसांख्यिकीय विवरणों के अलावा, कोविद -19 मामले के संपर्क इतिहास, जिसमें हॉटस्पॉट वाले इलाकों के एक ब्लड ग्रुप वाले लोगों का सीरम लेकर जांच की जाएगी, इसके लिए परिवार की हिस्ट्री भी पता की जाएगी| इसी सर्वे के आधार पर देश के लिए कोरोना से लड़ाई की आगे की दिशा तय होगी।
सामुदायिक संचरण की प्रवृत्ति का पता लगाने के लिए लोगों के रक्त सीरम की जांच की जाएगी। प्रत्येक जिले में 10 समूहों से 400 लोगों की नसों से रक्त के नमूने लिए जाएंगे। घर से केवल एक व्यक्ति का नमूना लिया जाएगा। यह सर्वेक्षण आईसीएमआर, स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और राज्य स्वास्थ्य विभाग और डब्ल्यूएचओ के सहयोग से किया जाएगा।
इस सीरो सर्वेक्षण से सरकार और उसकी एजेंसियों को न केवल कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर नजर रखने में मदद मिलेगी, बल्कि देश के किसी भी हिस्से में सामुदायिक प्रसारण की भी जांच होगी। सर्वेक्षण के परिणाम अगली रणनीति में मदद करेंगे। यह उच्च संक्रमण वाले क्षेत्रों में तालाबंदी निर्धारित करने में भी मदद करेगा। प्रारंभिक सर्वेक्षण समुदाय में सार्स संक्रमण के सेरो-फैल की जांच करेगा और बाद के चरणों से समुदाय में संक्रमण के प्रसार की निगरानी करने में मदद मिलेगी।


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