आजमगढ़, 12 दिसम्बर (हि.स.)। पुलिस की बढ़ती घेराबंदी के बीच ढाई लाख रुपये के इनामी अपराधी व बसपा नेता अखंड प्रताप सिंह ने पुलिस को चकमा देकर गुरुवार को एडीजे कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। यह खबर मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके समर्थक कोर्ट के बाहर जमा हो गए।
तरवा थाना क्षेत्र के जमुआ गांव निवासी अखंड प्रताप सिंह ने वर्ष 2013 में 11 मई को ट्रांसपोर्टर धनराज यादव की गोली मार कर हत्या कर दी थी। करीब तीन दर्जन गंभीर अपराध दर्ज होने के बाद भी वह तरवां ब्लाक के प्रमुख बने थे। अखंड सिंह गुंडा और गैंगेस्टर एक्ट में भी पाबंद थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा से अतरौलिया विधानसभा से प्रत्याशी भी रह चुके हैं। आपराधिक मामलों में फरार चल रहे अखंड प्रताप सिंह के घर इसी वर्ष नवम्बर माह में कुर्की की नोटिस भी चस्पा की थी। इसके बाद पुलिस ने अखंड प्रताप सिंह पर इनाम की राशि एक लाख रुपये से बढ़ाकर ढाई लाख करने की संस्तुति डीजीपी को भेजी थी। बढ़ते पुलिस के दबाव के बीच आज अखंड प्रताप सिंह ने गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह का कहना है कि इनाम की राशि बढ़ाये जाने के बाद से ही पुलिस की तीन टीमें लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। पुलिस के बढ़ते दबाव को देखते हुए उसने कोर्ट में सरेंडर किया है।