पटना, 29 अगस्त (हि.स.) । बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सूबे का राजनीतिक तापमान अपने चरम पर है। एक दल छोड़कर दूसरे दल में पाला बदलने के साथ-साथ राजनीति की नई पारी शुरू करने वाले नए लोगों को पार्टी में शामिल कराने का सिलसिला जारी है। इस बीच शनिवार को बिहार पुलिस के डीजी के पद से सेवानिवृत पूर्व आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत सत्तारूढ़ जनता दल युनाइडेट (जदयू) के साथ की है। उन्हें जदयू के वरिष्ठ नेता एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। माना जा रहा है कि सुनील कुमार को जदयू की ओर से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया जाएगा।
इसके साथ ही सांसद ललन सिंह ने दावा किया है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कई विधायक जदयू में जल्द शामिल हो सकते हैं। ललन ने कहा कि राजद में भगदड़ के हालात हो गए हैं। जल्द ही बहुत कुछ देखने को मिलेगा। राजद के कई विधायक जदयू का दामन थामेंगे। बिहार पुलिस में डीजी रह चुके पूर्व आइपीएस सुनील कुमार हाल ही में भारतीय पुलिस सेवा से रिटायर हुए हैं। शनिवार की सुबह बारह बजे जदयू प्रदेश कार्यालय में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सुनील कुमार पटना के सीनियर एसपी, एडीजी पुलिस मुख्यालय व बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के डीजी रह चुके हैं। बिहार पुलिस अकादमी के निर्माण में उनकी सक्रिय भूमिका रही है।
भाई हैं राजद से विधायक, कई बार जीता है चुनाव
पूर्व आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार दो बार राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं । इस समय वह गोपालगंज जिले के भोरे (सुरक्षित) विधानसभा सीट से राजद के विधायक हैं। वह वहां से कई बार जीत चुके हैं। ऐसी चर्चा है कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस बात को ध्यान में रखकर जदयू ने उनके भाई सुनील कुमार को वहां से उतारने का फैसला किया है। सुनील कुमार की छवि एक ईमानदार अधिकारी की रही है।