टोक्यो, 14 फरवरी (हि.स.)। जापान के पूर्वोत्तर इलाके में शनिवार शाम को 7.1 की तीव्रता के साथ आए तेज भूंकप के झटकों से अफरा-तफरी मच गई। इस भूकंप का सबसे अधिक प्रभाव फुकुशिमा और मियागी के इलाकों में देखने को मिला जिसके बाद से आपातकालीन एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जापान की परमाणु एजेंसिया फुकुशिमा दाई-इचि परमाणु संयंत्र की जांच में जुटी हुई हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटकों से परमाणु संयंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
जापानी मीडिया एनएचके टीवी के अनुसार भूकंप के कारण सुनामी का कोई खतरा नहीं है। भूकंप का केंद्र समुद्र तल से लगभग 54 किलोमीटर नीचे था। इसके झटके को राजधानी टोकियो के दक्षिण पश्चिम इलाके में महसूस किया गया है।
आपदा प्रबंधन कार्यालय की स्थापना
भूकंप के झटकों के तुरंत बाद जापानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आपदा प्रबंधन कार्यालय की स्थापना कर दी। जापान में परमाणु संयंत्रों को चलाने वाली एजेंसी टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने भी अपने वरिष्ठ अधिकारियों की टीम को संयंत्रों की जांच में लगा दिया है। अभी तक मिली सूचना के अनुसार, इस भूकंप से जानमाल के नुकासन की खबर नहीं है।
एक दिन पहले भारत में भी आया था भूकंप
एक दिन पहले ही उत्तर भारत में भी भूकंप के जोरदार झटके आए थे। हालांकि, इसमें जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी। इस भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों में महसूस किए गए थे।