गांव में नेटवर्क न मिलने पर पहाड़ पर छात्र ले रहा ऑनलाइन क्लास, सहवाग ने बढ़ाया मदद का हाथ
नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में लगभग सभी स्कूल बंद हैं और ऐसे में अधिकतर स्कूल छात्रों को ऑनलाइन एजुकेशन के जरिए पढ़ा रहे हैं। लेकिन ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क की समस्या छात्रों के सामने सबसे बड़ी बाधा बनकर सामने आ रही है,जिससे छात्रों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्थान के बाड़मेर जिले में मोबाइल में नेटवर्क न रहने की वजह से यहां रहने वाला एक छात्र नियमित दो किलोमीटर दूर पहाड़ों पर चढ़कर ऑनलाइन क्लास ले रहा है। इस छात्र की समस्या भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से नहीं देखी गई और उन्होंने इस छात्र की पढ़ाई के प्रति लगन को देखकर ट्वीट कर लोगों से मदद करने की बात कही है।
बता दें कि बाड़मेर जिले के दरुड़ा गांव में रहने वाला हरीश कुमार पचपदरा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा सातवीं का विद्यार्थी है। हरीश का गांव जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते स्कूल की ऑनलाइन क्लासेस चल रही है।
हरीश के गांव में मोबाइल का नेटवर्क नहीं आता, इसलिए उसे नियमित 2 किलोमीटर दूर पहाड़ों पर चढ़कर सुबह 8 बजे से 1 बजे तक कड़ी धूप में अपनी ऑनलाइन क्लास अटेंड करना पड़ रहा है। जब हरीश की ऑनलाइन क्लास शुरू हुई तो इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने के कारण वह थोड़ा परेशान हुआ, लेकिन उसका मनोबल कम नहीं हुआ। लिहाजा हरीश ने तय किया कि वह अपनी किसी भी हाल में पढ़ाई नहीं छोड़ेगा। हरीश ने तय किया कि वह रोज सुबह जल्दी उठकर 2 किलोमीटर पहाड़ी पर जाकर टेबल और कुर्सी के साथ अपनी क्लास अटेंड करेगा।
हरीश के इस हौसले को देखते हुए सहवाग ने ट्वीट कर लोगों से मदद की अपील की। सहवाग ने ट्वीट किया,”राजस्थान के बाड़मेर से हरीश नाम का युवक हर दिन एक पहाड़ पर चढ़ता है ताकि इंटरनेट का उपयोग किया जा सके और वह ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सके। वह सुबह 8 बजे चढ़ता है और कक्षा समाप्त होने के बाद दोपहर 2 बजे घर लौटता है। हम आपके समर्पण को स्वीकार करते हैं और आपकी मदद करना चाहते हैं।”
सहवाग के इस ट्वीट पर उनके समर्थकों सहित हजारों लोगों ने उनके इस कार्य की सराहना की है।