शेयर बाजार की चाल आगामी सप्ताह कंपनियों के वित्तीय परिणाम , आर्थिक आंकड़े , रुपये की चाल से होगी तय
नई दिल्ली, 26 मई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नित राजग गठबंधन की बम्पर जीत के बाद बीते सप्ताह ऐतिहासिक स्तर पर पहुंचने वाला देशी शेयर बाजार की दिशा आगामी सप्ताह जारी होने वाले दिग्गज कंपनियों के वित्तीय परिणाम, आर्थिक आंकड़े , रुपये की चाल तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढाव से तय होगी।
समाप्त हुए हफ्ते में बम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1,503.95 अंक की तेजी के साथ अब तक के रिकॉर्ड स्तर 39,434.72 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 436.95 अंक की बढ़त के साथ 11,844.10 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मंझोली कंपनियों के प्रति भी निवेशकों का रुझान गत सप्ताह बना रहा, जिससे बीएसई का मिडकैप 636.88 अंक यानी 4.45 प्रतिशत की साप्ताहिक तेजी के साथ 14,945.24 अंक पर और स्मॉलकैप 812.42 अंक यानी 5.85 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त के साथ 14,699.56 अंक पर बंद हुआ।
आगामी सप्ताह शुक्रवार को वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़े जारी होने हैं। गत वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी की विकास दर घटकर 6.6 प्रतिशत रह गयी थी। इससे पहले पहली तिमाही में जीडीपी की विकास दर 8.2 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 7.1 प्रतिशत रही थी।
अगले सप्ताह पंजाब नेशनल बैंक,अदानी पोटर्स,भेल, गेल, इंडिगो, कोल इंडिया, पावर ग्रिड और सन फार्मा जैसी कंपनियां अपने वित्तीय परिणाम जारी करने वाली हैं,जिसका असर शेयर बाजार पर रहेगा। डॉलर की तुलना में रुपये की स्थिति भी निवेश धारणा को प्रभावित करेगी। वैश्विक स्तर पर चीन के विनिर्माण उत्पाद,जापान के औद्योगिक उत्पादन और अमेरिका के निजी आय-व्यय के आंकड़े जारी होने हैं,जो निवेश धारणा को प्रभावित करेंगे। अमेरिका-चीन विवाद का असर भी बाजार पर रहेगा।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी कारोबार के दौरान ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचे। सेंसेक्स पहली बार 40,000 अंक के
आंकड़े को पार कर हुआ 40,124.96 अंक पर पहुंचा और निफ्टी भी 12,000 अंक के आंकड़े के पार 12,041.15 अंक पर पहुंचा था ।