मैच फिक्सिंग कानून भारत में गेम-चेंजर साबित होगा : स्टीव रिचर्डसन
लंदन,25 जून (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार-रोधी इकाई (एसीयू) में जांच के समन्वयक स्टीव रिचर्डसन का मानना है कि मैच फिक्सिंग कानून भारत में गेम-चेंजर साबित होगा।
भारत को 2021 से 2023 तक तीन वर्षों की अवधि में आईसीसी के दो बड़े प्रतियोगिताओं की मेजबानी करनी है। भारत को 2021 में टी-20 विश्व कप और 2023 में एकदिवसीय विश्वकप की मेजबानी करनी है। ये वैश्विक टूर्नामेंट मैच फ़िक्सर्स द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाने वाली घटनाएँ हैं। सीमित संसाधनों के साथ इन टूर्नामेंटों को फिक्सरों से बचाना आईसीसी के लिए एक चुनौती है।
रिचर्डसन ने कहा, “भारत को दो आईसीसी वैश्विक कार्यक्रम मिल रहे हैं, टी-20 विश्व कप [2021 में] और 2023 में विश्व कप। मैच फिक्सिंग रोकने के लिए फिलहाल कोई कानून नहीं है, हम भारतीय पुलिस के साथ अच्छे संबंध रखेंगे, वे इस दिशा में काम कर रहे हैं। हम हर वो काम करेंगे जो हम कर सकते हैं। भ्रष्टाचारियों को खदेड़ने के लिए हम सब हर मुमकिन प्रयास करेंगे।”
उन्होंने कहा,”भारत में मैच फिक्सिंग कानून गेम-चेंजर होगा। वर्तमान में हमारे पास फिक्सिंग से जुड़े 50 केस हैं। उनमें से अधिकांश भारत में भ्रष्टाचारियों से जुड़े हैं। अगर भारत मैच फिक्सिंग कानून पेश करता है तो खेल की रक्षा के मामले में यह सबसे प्रभावी चीज होगी।”
बता दें कि वर्ष 2019 में श्रीलंका 10 साल की जेल की सजा सहित मैच फिक्सिंग का अपराधीकरण करने वाला दक्षिण एशिया का पहला बड़ा क्रिकेट खेलने वाला देश बन गयाहै।
रिचर्डसन ने ‘क्या भारत को मैच फिक्सिंग कानून की जरूरत है?’ विषय पर एक पैनल चर्चा के दौरान कहा कि मैच फिक्सिंग कानून भ्रष्टाचारियों को रोक देगा और उन्हें जेल की हवा खिलाएगा जो अभी स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं।
रिचर्डसन ने कहा, “मैं वास्तव में भारतीय पुलिस या भारत सरकार को कम से कम आठ लोगों को नाम दे सकता हूं, जो कि मैच फिक्स करने के लिए लगातार खिलाड़ियों से संपर्क करने की कोशिश करते हैं।”
उन्होंने कहा, “इस समय भारत में विधायी ढांचे की कमी के साथ यह बहुत सीमित है कि पुलिस क्या कर सकती है, और उस हद तक, उन्हें मेरी बहुत सहानुभूति है क्योंकि वे मौजूदा कानून को बनाने के लिए पेशेवर और कठिन प्रयास करते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि यह खेल के नियम भ्रष्टाचार को ध्यान में रखकर तैयार नहीं किया गये थे।”