चित्रकूट, 11 अगस्त (हि.स.)। यूपी एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी और विकास दुबे के करीबी साथी पचास हजार के ईनामी बाल गोविंद दुबे को चित्रकूट जिले के खोही गांव के पास से गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपी विकास दुबे की मौत के बाद उसके सभी साथी फरार होकर अलग-अलग ठिकानों पर छिपे हुए थे। इसी क्रम में इनामी बाल गोविंद ने धर्म नगरी चित्रकूट को अपने छिपने का ठिकाना बनाया था और घटना को अंजाम देने के बाद से वह यहीं पर छिपकर रह रहा था।
ज्ञातव्य हो कि उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के शिवली थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में बीती 02 जुलाई की रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था।
इस जानलेवा हमले में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा, एसओ शिवराजपुर महेश यादव, 2 एसआई और चार कांस्टेबल शहीद हो गये थे। इसके बाद से शासन की सख्ती के बाद यूपी एसटीएफ और पुलिस संयुक्त रूप से विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश में जुट गई थी। वहीं पांच लाख के ईनामी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से यूपी एसटीएफ उसके फरार चल रहे साथियों की तलाश में तेजी से जुट गई थी। टीम कानपुर और आसपास के जिलों में विकास के साथियों को पकड़ने के लिए दिन रात दबिश दे रही थी। अभी तक पुलिस इस मामले में 15 से अधिक लोगों को जेल भेज चुकी है।
मंगलवार को एसटीएफ की टीम को एक और बड़ी सफलता मिली। टीम ने चित्रकूट जिले के खोही गांव के पास से आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल विकास दुबे के करीबी साथी 50 हजार के ईनामी बाल गोविंद दुबे को गिरफ्तार कर लिया है।
सूत्रों के मुताबिक 50 हजार का ईनामी बाल गोविंद दुबे विकास दुबे के मारे जाने के बाद से चित्रकूट में किसी रिस्तेदार की मदद से किसी मठ-मंदिर में छिपा हुआ था। काफी दिनों से बाल गोविंद दुबे को पकड़ने की फिराक ने जुटी यूपी एसटीएफ को आखिर आज सफलता मिल ही गई। मंगलवार को यूपी एसटीएफ ने प्रेस रिलीज जारी कर 50 हजार के ईनामी बाल गोविंद दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। जबकि इस मामले में चित्रकूट पुलिस पूरी तरह अनभिज्ञता जता रही है।