झारखंड में भाजपा और आजसू के बीच गतिरोध जारी

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आजसू की ओर से पहले 19 सीटों की मांग की गयी थी। लेकिन अब वह कम से कम 15 सीटों पर अड़ी हुई है।



रांची, 09 नवंबर (हि. स.)। झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन की तस्वीर साफ हो गयी है। प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मिल कर चुनाव लड़ेगा। इनके बीच सीटों का बंटवारा भी हो गया है।

उधर राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आजसू के बीच गतिरोध जारी है। आजसू 15 सीटों की मांग पर अभी भी कायम है। आजसू की ओर से पहले 19 सीटों की मांग की गयी थी। लेकिन अब वह कम से कम 15 सीटों पर अड़ी हुई है। आजसू प्रमुख सुदेश महतो गठबंधन को लेकर भाजपा के केन्द्रीय नेताओं से बात करने शुक्रवार को दिल्ली गये थे। लेकिन वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिले बगैर रांची  लौट आये। संपर्क करने पर  महतो ने बताया कि उन्होंने अपनी बातों से भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर को अवगत करा दिया है। अब फैसला भाजपा को करना है।

सूत्रों के अनुसार आजसू को नौ सीटें देने की पेशकश की गयी थी। लेकिन महतो ने इसे खारिज कर दिया। भाजपा सूत्रों ने बताया कि लोहरदगा और चंदनकियारी सीट  के बदले आजसू को हुसैनाबाद और पाकुड़ सीट दी जा रही है। लेकिन आजसू लोहरदगा और चंदनकियारी पर भी समझौता करने को तैयार नहीं है। इसकी वजह यह है कि एनडीए में 2014 के चुनाव में ये दोनों सीटें आजसू के खाते में गयी थी। लोहरदगा से आजसू के कमल किशोर भगत जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के सुखदेव भगत को हराया था। बाद में एक मामले में कमल किशोर को कोर्ट से सजा होने पर वहां उपचुनाव हुआ, जिसमें सुखदेव भगत जीत गये। सुखदेव भगत हाल ही में भाजपा में शामिल हो गये हैं।चंदनकियारी से पिछले चुनाव में झाविमो के अमर बाउरी जीते थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गये और मंत्री बन गये। भाजपा के लिये ये दानों सीटें प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई हैं। वह  भी इन दोनों सीटों को छोड़ने कें लिये तैयार नहीं है। इसलिये बात नही बन रही है।

सूत्रों की माने तो सुदेश महतो की एक शर्त यह भी है कि नवीन जायसवाल को हटिया से टिकट नहीं दिया जाय। सुदेश नवीन से भी पुराना हिसाब चुकाना चाहते हैं। दरअसल नवीन पहले आजसू में ही थे। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में  हटिया सीट भाजपा के खाते में जाने के बाद नवीन आजसू छोड़ झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) में चले गये। वह 2014 का चुनाव हटिया से झाविमो के टिकट पर लड़े और जीते। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गये । इस बार वह भाजपा से हटिया सीट के प्रबल दावेदार हैं।

भाजपा सूत्रों का मानना है कि आजसू के साथ पार्टी का गठबंधन बहुत पुराना है। बातचीत से बीच का रास्ता निकल जायेगा। दोनों का गठबंधन होना तय है। सूत्रों के अनुसार सुदेश महतो संभवत: सोमवार को फिर दिल्ली जायेंगे और इस संबंध में भाजपा अध्यक्ष से मिलेंगे।

 


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