भारत के सहयोग से श्रीलंका में ‘1990 एंबुलेंस सेवा’ का देशव्यापी संचालन
रविवार को श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के अंपारा में एक विशेष समारोह में केंद्रीय मंत्री हर्षा दे सिल्वा, उप मंत्री अनोमा गामने व भारतीय उच्चायुक्त तरनजीत सिंह संधू ने 1990 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखा कर संचालन शुरू किया। इसके साथ ही दो प्रांत में शुरू हुई एंबुलेंस सेवा अब श्रीलंका के सभी प्रांतों कर विस्तारित हो गई है।
नई दिल्ली/कोलंबो, 23 जून (हि.स.)।भारत सरकार के सहयोग से श्रीलंका में शुरू की गई अपातकालीन एंबुलेंस सेवा का विस्तार अब श्रीलंका के सभी नौ प्रांतों में हो गया है।
रविवार को श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के अंपारा में एक विशेष समारोह में केंद्रीय मंत्री हर्षा दे सिल्वा, उप मंत्री अनोमा गामने व भारतीय उच्चायुक्त तरनजीत सिंह संधू ने 1990 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखा कर संचालन शुरू किया। इसके साथ ही दो प्रांत में शुरू हुई एंबुलेंस सेवा अब श्रीलंका के सभी प्रांतों कर विस्तारित हो गई है।
इस एक अवसर पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि यह अपातकालीन एंबुलेंस सेवा भारत और श्रीलंका के संयुक्त उपलब्धि का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने बताया कि 2015 में श्रीलंका के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की थी। जबकि 2017 के दौरे पर उन्होंने इस एंबुलेंस सेवा को श्रीलंका के सभी प्रांतों तक पहुंचाने की बात कही थी।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली से ही श्रीलंका के दो प्रांत में अपातकालीन एंबुलेंस सेवा को हरी झंडी दिखाई थी। इस सेवा को शुरू करने के लिए भारत ने श्रीलंका को पहले चरण में 76 लाख व दूसरे चरण में एक करोड़ 52 लाख रुपये का अनुदान दिया था। साथ ही पहले चरण में दो प्रांत में एंबुलेंस सेवा शुरू करने के लिए 88 व दूसरे चरण में शेष सात प्रांतों में इसके विस्तारीकरण के लिए 209 एंबुलेंस की खरीद की योजना बनाई गई थी।