इजराइल का ईरान, सीरिया, लेबनान पर हमला, सैन्य और हिजबुल्लाह के ठिकानों को बनाया निशाना
तेलअवीव : इजराइल ने ईरान पर बड़ा हमला किया है। इजराइली सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने उसके सैन्य ठिकानों पर सटीक लक्षित हमले कर उसकी नींद उड़ा दी। ईरान सात अक्टूबर से इजराइल की नाक में दम किए है। इजराइल की वायुसेना ने उसे माकूल जवाब दिया है। इस पूरे अभियान की निगरानी चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हरजी हलेवी और वायुसेना के कमांडिंग ऑफिसर मेजर जनरल तोमेर बार कर रहे हैं। आईडीएफ के आधिकारिक एक्स हैंडल में आज सुबह अब से कुछ देर पहले यह जानकारी दी गई है।
इस बीच ईरान के सरकारी मीडिया ने कहा कि तेहरान और आसपास के क्षेत्र में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई। तस्नीम न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों पर हमला किया गया। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ। सरकारी टीवी ने तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की फुटेज जारी की। इसमें यात्री अपनी फ्लाइट्स से उतरते दिख रहे हैं। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना की खबर के अनुसार, इजराइल ने सीरिया के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में कुछ सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। हालांकि, इजराइल ने सीरिया पर हमला की पुष्टि नहीं की है।
आईडीएफ की एक्स पोस्ट के अनुसार, चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हरजी हलेवी और इजराइल की वायुसेना के कमांडिंग ऑफिसर मेजर जनरल तोमेर बार ने कैंप राबिन में वायुसेना के भूमिगत कमांड सेंटर से ईरान पर हमले की कमान संभाल रखी है। फिलहाल आईडीएफ के लड़ाकू विमान ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहे हैं।
आईडीएफ की एक्स पोस्ट में कहा गया है कि ईरान की धरती से इजराइल पर सीधे हमले किए गए हैं। दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह इजराइल के पास भी प्रतिक्रिया देने का अधिकार और कर्तव्य है। इजराइल अपनी रक्षा के लिए आक्रामक जवाब देगा। इस पर ईरान की अर्धसरकारी तस्नीम संवाद समिति ने कहा कि ईरान इजरायल के किसी भी आक्रमण का जवाब देने को तैयार है। इजरायल पर बदले की कार्रवाई की जाएगी।
आईडीएफ की एक अन्य पोस्ट के अनुसार, आईडीएफ ने लेबनान के बेरूत में उत्तरी बेका क्षेत्र को पार करने वाली जौसिह सीमा में हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचों पर रात भर हमला किया। हिजबुल्लाह जौसिह सीमा का उपयोग इजराइल के खिलाफ कर रहा है। यह क्षेत्र सीरिया के नियंत्रण में है। हिजबुल्लाह की 4400 यूनिट सीरिया से लेबनान हथियार स्थानांतरित करने के लिए इसका प्रयोग करते हैं। आईडीएफ हिजबुल्लाह की इस रणनीति को विफल करने के लिए हमले करता रहेगा। सीरिया और लेबनान को इस पर रोक लगानी होगी।