मऊ, 03 अक्टूबर (हि.स.)। घोसी विधानसभा के उपचुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। चुनाव आय़ोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। 21 अक्टूबर को मतदान होगा तो 24 अक्टूबर को वोटों की गिनती के बाद चुनाव का फैसला जनता के बीच आ जाएगा।
घोसी विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से फागू चौहान ने जीत दर्ज की थी जिसके बाद उन्हें बिहार का राज्यपाल बना दिया गया। इसके बाद यह सीट रिक्त होने से उपचुनाव होना है। ऐसे में सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी ने कय्यूम अंसारी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने राज्यमंगल यादव को अपना उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतार दिया। भाजपा ने विजय राजभर को अपना उम्मीदवार बनाया। समाजवादी पार्टी ने सुधाकर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया लेकिन उनका नामांकन पत्र खारिज हो गया। अब वह निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं। घोसी विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 423952 है जिसमें 228854 पुरुष मतदाता और 195094 महिला मतदाता हैं। इस विधानसभा क्षेत्र की कुल जनसंख्या 669383 है।
जातिगत आंकड़े
मुस्लिम – 60 हजार
यादव – 40 हजार
चमार – 40 हजार
अन्य अनुसूचित जाति – 20 हजार
राजभर – 45 हजार
चौहान – 35 हजार
कुर्मी – 4 हजार
सवर्ण – 40 हजार
निषाद – 15 हजार
मौर्य़ा – 12 हजार
भूमिहार – 15 हजार
अन्य पिछड़े 20 हजार
अगर इस सीट पर जनता के प्रमुख मुद्दों की बात करें तो घोसी चीनी मिल बदहाल पड़ी है। किसानों को आये दिन अपने गन्ना भुगतान के लिए आंदोलन करना पड़ता है। यहां का सौर ऊर्जा प्लान्ट जर्जर स्थिति से जूझ रहा है। इसके साथ ही सड़क, पानी, बिजली का भी हाल बेहाल है। बुनकर बहुल क्षेत्र होने के कारण बुनकरों के हितों में चुनावी वादे तो किये जाते हैं लेकिन उसे अमली जामा पहनाने में हमेशा नेता फेल होते रहे हैं। इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस, बीजेपी, बसपा सहित कुल 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। बसपा से कय्यूम अंसारी, कांग्रेस से राजमंगल यादव, भाजपा से विजय राजभर, भाकपा से शेख हिसामुद्दीन, परिवर्तन समाज पार्टी से दिलीप, सुहेलदेव भासपा से नेबू लाल, पीस पार्टी से फौजेल अंसारी, बहुजन मुक्ति पार्टी से शरदचंद, बाकी निर्दल प्रत्याशी के रूप में सुधाकर सिंह, अंकित, जितेन्द्र, मनोज, रामभवन, सुरेन्द्र हैं।
इस सीट पर पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान ने अपना कमल खिलाया, इससे पहले 2012 में समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी। 2007 में बहुजन समाज पार्टी ने चुनावी जंग जीता। 2002 में भाजपा के प्रत्याशी को जीत हासिल हुई। इस बार के उपचुनाव को कौन जीतता है, इसका फैसला जनता करेगी। 2017 के विभानसभा चुनाव में कुल 409812 मतदाता थे और 241719 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिसमें फागू चौहान को 88298 मत प्राप्त कर कमल खिलाया था। जबकि बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पुत्र अब्बास अंसारी को 81295 मत पा कर हार की मूकी खानी पङी थी। सपा के सुधाकर तीसरे स्थान पर 59256 वोट प्रात कर रहे।
2012 के विधानसभा चुनाव में सपा के सुधारकर को जीत मिली थी। उन्होंने बीएसपी के फागू चौहान को हराया था जबकि कौमी एकता दल से मैदान में आए बाहुबली मुख्तार अंसारी को तीसरे स्थान पर रहना पड़ा था।2007 के नतीजे पर गौर करे तो बसपा के फागू चौहान ने सपा के कपिल देव को हरा कर फतह हासिल की थी। 2002 में बीजेपी से फागू चौहान ने समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह को हराकर जीत हासिल की थी। बसपा के मनोज तीसरे स्थान पर रहे। बहरहाल 24 अक्टूबर को चुनावी नतीजे आऩे के बाद ही तस्वीर साफ होगी कि घोसी की जनता किसको जीत का ताज पहनाती है।