उप्र : बसपा नेता हाजी अहसान और भतीजे की हत्या के मामले में दिल्ली से दो गिरफ्तार

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पुलिस की मानें तो अंसारी गैंग ने राजनीतिक रंजिश व कारोबार की वजह से अहसान और शादाब की हत्या कर दी थी।



नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिलान्तर्गत नजीबाबाद में 25 मई, 2019 को बसपा नेता हाजी अहसान और उसके भतीजे शादाब की गोलियां बरसाकर हत्या करने के मामले में दो लोगों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपितों की पहचान गांव कनकपुर कलां, नजीबाबाद निवासी गैंग सरगना शाहनवाज अंसारी (32) और मोहल्ला गुलशन, राहू खेड़ी, नजीबाबाद निवासी जब्बार (25) के रूप में हुई है। पुलिस की मानें तो अंसारी गैंग ने राजनीतिक रंजिश व कारोबार की वजह से अहसान और शादाब की हत्या कर दी थी। जब्बार शाहनवाज के गैंग का शॉर्प शूटर है। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्टल व आठ कारतूस बरामद किए हैं। यूपी पुलिस को सूचना देने के बाद दिल्ली पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाहा ने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि नजीबाबाद, बिजनौर का कुख्यात गैंगस्टर व अंसारी गैंग का मुखिया शाहनवाज अंसारी और उसका शॉर्प शूटर जब्बार पूर्वी दिल्ली के जगतपुरी इलाके में छिपे हैं। फौरन एसीपी अत्तर सिंह, इंस्पेक्टर शिव कुमार व अन्यों की टीम बनाकर इनकी तलाश शुरू की गई। इस बीच शुक्रवार को टीम को सूचना मिली कि ये दोनों अपने किसी साथी से मिलने कड़कडड़ूमा इलाके में आने वाले हैं। पुलिस टीम ने मौके पर जाल बिछाया। पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो इन्होंने पिस्टल निकालकर पुलिस टीम पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन उससे पहले ही दोनों को काबू कर लिया गया। उनके पास से हथियार बरामद कर लिये गए। पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
क्या था हाजी अहसान और शादाब के डबल मर्डर का मामला
हाजी अहसान और उसके भतीजे शादाब का प्रॉपर्टी का कारोबार था। इसके अलावा वह बसपा और अपने इलाके में भी ठीक-ठाक रसूख रखता था। यही वजह थी कि लोकसभा चुनाव के दौरान उसे नजीबाबाद से लोकसभा उम्मीदवार के चुनाव प्रचार का जिम्मा पार्टी की ओर से दिया गया। अपने दम पर उसने चुनाव जिता भी दिया। आने वाले विधानसभा चुनाव में हाजी अहसान विधानसभा के उम्मीदवार हो सकते थे। इधर आरोपित शाहनवाज अंसारी भी बिजनौर में विवादित जमीनों का धंधा करता था। इसी वजह से उसकी अहसान से रंजिश हो गई और राजनीति भी हत्या का कारण बनी। घटना वाले दिन 28 मई को शाहनवाज, जब्बार, दानिश कनकपुर, दानिश उब्बानवाला और इकराम ने साजिश रची और दोनों की उनके दफ्तर में जाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद ये सभी फरार हो गए। अब मुख्य आरोपित शाहनवाज और उसके शॉर्प शूटर को पुलिस ने दिल्ली से दबोच लिया।

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