नई दिल्ली, 10 जुलाई (हि.स.) । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मादक पदार्थों की अब तक की सबसे बड़ी खेप 2500 करोड़ रु. मूल्य की हेरोइन बरामद की है। पुलिस ने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक विदेशी भी है।
इनके पास से कुल 354 किलोग्राम हेरोइन, हेरोइन बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाला 100 किलोग्राम रसायन, दो कार, एक स्कूटी व काफी मात्रा में अन्य सामान बरामद किये हैं। पकड़े गए आरोपितों की पहचान अनंतनाग (कश्मीर) निवासी रिजवान कश्मीरी, कंधार (अफगानिस्तान) निवासी हजरत अली और जालंधर (पंजाब) निवासी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी और गुरजोत सिंह उर्फ गोलू के रूप में हुई है।
पकड़े गए आरोपितों के आका अफगानिस्तान और पुर्तगाल में बैठे हुए हैं। वहां से दिशा निर्देश देकर वे अफगानिस्तान के रास्ते भारत में इस काले धंधे को बढ़ा रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार ड्रग्स को बेचकर हुई काली कमाई को आतंकी घटनाओं में इस्तेमाल किए जाने की आशंका है। स्पेशल सेल की टीम पकड़े गए चारों आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने शनिवार शाम को प्रेस वार्ता कर बताया कि वर्ष 2019 में स्पेशल सेल की टीम ने करीब 330 किलोग्राम हेरोइन जब्त कर अफगान मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। उसी ट्रैक की जांच करते हुए पुलिस को पिछले दिनों जानकारी मिली कि रिजवान अहमद उर्फ रिजवान कश्मीरी दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा समेत अन्य राज्यों में हेरोइन का धंधा कर रहा है।
गत पांच जुलाई को सूचना मिली कि आरोपित रिजवान घिटोरनी इलाके में हेरोइन के लेकर आने वाला है। पुलिस ने छापेमारी कर आरोपित को एक किलो हेरोइन के साथ दबोच लिया। पूछताछ के दौरान रिजवान ने खुलासा किया कि वह अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर ईशा खान के इशारे पर हेरोइन का धंधा करता है। ईशा के आदेश पर उसे फरीदाबाद सेक्टर-65 में रहने वाले गुरप्रीत सिंह और गुरजोत सिंह से हेरोइन मिलती है। रिजवान से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस टीम ने तुरंत फरीदाबाद के सेक्टर-65 स्थित एक सोसायटी में छापेमारी की।
पुलिस ने वहां से गुरजोत व गुरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही पर पार्किंग में खड़ी दो अलग-अलग कारों से 166 किलो और 115 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। सख्ती से पूछताछ में दोनों ने बताया कि इन लोगों ने अपने घर के एक बेड में गुप्त स्थान बनाकर वहां भी हेरोइन छिपाई हुई है। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर सोसायटी के फ्लैट में रखे बेड से भी 70 किलो हेरोइन बरामद की।
दोनों ने पूछताछ के दौरान बताया कि इनका हैंडलर नवप्रीत सिंह उर्फ नव पुर्तगाल में बैठा हुआ है। उसके आदेश पर देश के अलग-अलग राज्यों में हेरोइन सप्लाई हो रही थी। रिजवान से पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने हरियाणा के गुरुग्राम इलाके से अफगानी नागरिक हजरत अली को गिरफ्तार किया। उसके पास से दो किलो हेरोइन बरामद हुई। हजरत अली की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से 100 किलोग्राम रसायन भी बरामद किया है। इसकी मदद से हेरोइन तैयार की जाती है।
अफगानिस्तान से आए कच्चे माल से भारत में ही तैयार होती है हेरोइन…
पुलिस की जांच में पता चला है कि अफगानिस्तान के कई हिस्सों में अफीम को भारत भेजा जाता है। तस्कर अफगानिस्तान से आने वाले वैध सामान के साथ इसको कार्टन, डिब्बों व दूसरी जगह पर छिपा देते हैं। बाकी सामान के साथ कंटेनर में छिपाकर अफीम को ईरान के रास्ते मुंबई भेज दिया जाता है। मुंबई से अफीम को शिवपुरी (मध्य प्रदेश) भेज दिया जाता है।
वहां बनी फैक्टरी में विभिन्न रसायनों की मदद से अफीम व बाकी मादक पदार्थों से हेरोइन तैयार कर ली जाती है। इसके बाद कुरियर की मदद से इसे भारत के अलग-अलग राज्यों में भेज दिया जाता है। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर मामले की छानबीन में जुटी है।