एसएंडपी ने भी वित्त वर्ष 2020-21 में विकास दर -5 फीसदी रहने का जताया अनुमान
नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैण्डर्ड एंड पूअर्स (एसएंडपी) ने भी चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में पांच फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया है। एसएंडपी ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 की महामारी और देशव्यापी लॉकडाउन से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिससे भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 5 फीसदी की कमी आएगी। इससे पहले क्रिसिल और फिच ने भी देश की अर्थव्यवस्था में -5 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया है।
एसएंडपी ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि हमने मार्च 2021 में समाप्त हो रहे वित्त वर्ष के लिए अपने विकास दर के पूर्वानुमान को घटाकर नकारात्मक 5 फीसदी कर दिया है। इसके साथ ही रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि इस समय हमारा मानना है कि (कोविड-19 की महामारी का) प्रकोप तीसरी तिमाही में चरम पर होगा। गौरतलब है कि इस हफ्ते रेटिंग एजेंसी फिच और क्रिसिल ने भी देश की अर्थव्यवस्था में -5 फीसदी की संकुचन यानी गिरावट का अनुमान जताया है।
रेटिंग एजेंसी ने अपने बयान में कहा है कि भारत में कोविड-19 के प्रकोप और दो महीने के लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था में अचानक रुकावट पैदा कर दी है। वहीं, सरकार ने संक्रमण के मामलों के आधार पर देश को लाल, नारंगी और हरे क्षेत्रों में विभाजित किया है, जबकि अधिकांश औद्योगिक महत्व के शहर लाल क्षेत्र में हैं।
इसके अलावा एसएंडपी ने कहा कि इन स्थानों (लाल क्षेत्र) में आर्थिक गतिविधियों के सामान्य होने में ज्यादा वक्त लगेगा। इससे देशभर में आपूर्ति श्रृंखलाओं पर असर पड़ेगा और सुधार की रफ्तार धीमी हो जाएगी। एजेंसी का मानना है कि सबसे अधिक रोजगार देने वाला सेवा क्षेत्र गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। श्रमिक भौगोलिक रूप से विस्थापित हो गए हैं और उन्हें लॉकडाउन उबरने में वक्त लगेगा। एसएंडपी के मुताबिक इस दौरान रोजगार की स्थिति नाजुक बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले एसबीआई रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में देश की जीडीपी वृद्धि दर के बीते वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में 1.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इसके साथ ही एसबीआई की शोध रिपोर्ट इकोरैप के अनुसार जीडीपी वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में 4.2 फीसदी और वित्त वर्ष 2020-21 में -6.8 फीसदी रहने का अनुमान है। बता दें कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) 29 मई को वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही के जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों की घोषणा करेगा।