नई दिल्ली, 22 मार्च (हि.स.)। दक्षिण कोरिया (आरओके) के रक्षा मंत्री सुह वूक द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर उच्च स्तरीय वार्ता के लिए गुरुवार को भारत का दौरा करेंगे। रक्षा मंत्री सुह वूक की भारत यात्रा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा और समझौते होने की उम्मीद है।
रिपब्लिक ऑफ कोरिया आर्मी (आरओकेए) दक्षिण कोरिया की थल सेना है। भारत और दक्षिण कोरिया ने विगत कई वर्षों में द्विपक्षीय संधियों और समझौतों के माध्यम से अपने संबंधों को नई ऊंचाई प्रदान की है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान दोनों देशों के मध्य स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बेहतर आपसी समन्वय देखने को मिला।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दिसम्बर, 2020 में दक्षिण कोरिया की तीन दिवसीय यात्रा पर गए थे। सेना प्रमुख की यह यात्रा इस मायने में ऐतिहासिक रही है कि पहली बार भारत के सेना प्रमुख दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए थे। नरवणे ने 28-30 दिसम्बर तक अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री सुह वूक, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष वोन-चूल, रक्षा अधिग्रहण कार्यक्रम प्रशासन के प्रमुख कांग इउन-हो और उनके समकक्ष नाम येओंग-शिन के साथ मुलाकात करके आपसी हित के मामलों पर चर्चा की थी। कोरिया गणतंत्र के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात में उन्होंने भारत-कोरिया के रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए चर्चा करते हुए भारत आने का निमंत्रण दिया था।
भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मज़बूत व्यापारिक और आर्थिक संबंध के अलावा गतिशील रक्षा संबंधों को भी समान महत्त्व दिया जा रहा है। वर्ष 2019 में भारत और दक्षिण कोरिया ने विशेष रणनीतिक साझेदारी के तहत एक समझौता किया था, जिसके अंतर्गत दोनों देश एक-दूसरे के नौसैनिक अड्डों का उपयोग रसद के आदान-प्रदान के लिए करेंगे। दक्षिण कोरिया (आरओके) के रक्षा मंत्री सुह वूक की भारत यात्रा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा और समझौते होने की उम्मीद है।