दक्षिण अफ्रीका में हिंसा, कम से कम 12 अश्वेतों की मौत

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फीनिक्स 05 सितंबर (हि.स.)। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जूमा को लेकर भारतीय मूल और दक्षिण अफ्रीका मूल के अश्वेतों बीच जारी विवाद बेहद हिंसक हो गया है। इस हिंसा में घायल हुए कम से कम 12 अफ्रीकी अश्वेत नागरिक मारे गए हैं। बैट, हाकी स्टिक, हथौड़े को हथियार बनाकर भारतीयों की एक उग्र भीड़ ने मिनी बस टैक्सी में बैठे अश्वेत युवाओं के साथ मारपीट की जिससे कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है।

फीनिक्स की सड़कों पर भारतीय समूह के लोग अफ्रीकी लोगों को ढूंढकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। व्हाट्सएप मैसेज के वायरल होने के बाद फिर भड़की ताजा हिंसा के दौरान एक मिनी टैक्सी बस में सवार ड्लामिनी और उसके दोस्तों को घेरकर मारा-पीटा गया। ड्लामिनी के दोस्तों में से कुछ जान बचाकर बच निकलने में कामयाब रहे। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों और वीडियो फुटेज के अनुसार पिछले कुछ दिनों से वाट्सएप पर चेतावनी दी जा रही थी कि अफ्रीकी अश्वेत चंद दिनों में भारतीयों पर हमला कर सकते हैं और उन अश्वेतों की तरफ से दर्ज कराई जाने वाली रिपोर्ट का मकसद उनके समुदाय की दुकानों को लूटना ही होगा।

बताया जाता है कि ड्लामिनी बुरी तरह जख्मी हो गए थे और बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाने के लिए सड़क पार ही कर पाए थे कि उनकी मौत हो गई। यह जानकारी उनके परिवार ने दी है। इस हिंसा के बाद फीनिक्स के प्रांत क्वाजुलू के प्रधानमंत्री सिहले जिकालाला ने कहा कि मारे गए लोग निर्दोष थे और पर्यटन के लिए आए थे। पुलिस मिनिस्टर के अनुसार जिन लोगों पर हमला किया गया, उन 36 लोगों में से 33 अफ्रीकी अश्वेत थे। इस संबंध में अब पुलिस ने करीब 56 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जूमा के भ्रष्टाचार के मामले में सुनवाई में पेश होने से इनकार करने के बाद जेल भेजे जाने के खिलाफ फीनिक्स शहर में भारतीयों और अफ्रीकी अश्वेतों के बीच हिंसा हुई थी। तब राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को बयान जारी करके देश में शांति के लिए संदेश देना पड़ा था। जुलाई महीने से पहले इन दंगों में 340 से अधिक लोग मारे गए थे।


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