छत्तीसगढ़ : नक्सलियों के मंसूबों को जवानों ने किया विफल
सुकमा, 23 अक्टूबर (हि.स.)। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए शुक्रवार को नक्सलियों की ओर से लगाए गए एक हज़ार स्पाइक बरामद किए हैं। नक्सलियों ने स्पाइक को पचास गड्ढों में लगा रखा था। अरलमपल्ली इलाक़े में सर्चिंग के दौरान सीआरपीएफ़ के 74वीं बटालियन और ज़िला बल के जवानों ने इसे बरामद किया है। अस्सिटेंट कमांडेंट प्रयास मालिक और एसडीओपी निशांत पाठक की अगुवाई में उक्त कार्रवाई की गई।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के अरलमपल्ली क्षेत्र में एरिया डोमिनेशन के लिए सीआरपीएफ 74 वाहिनी व जिला बल की टीम नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त रूप से ऑपरेशन के लिए रवाना हुए थे। सुरक्षा बल के जवान इलाके में सर्च करते हुए आगे बढ़ रहे थे। उसी दौरान नक्सलियों के द्वारा 50 गड्ढ़े में लगाए गए एक हजार से अधिक लकड़ी और लोहे के स्पाइक बरामद हुए जिसमें लकड़ी की स्पाइको की संख्या अधिक है, वहीं लोहे की स्पाइको की संख्या कम है।
जिले में बढ़ते सुरक्षा बलों के कैंप और नए अत्याधुनिक तकनीक को मध्य नजर रखते हुए नक्सली सुरक्षा जवानों को नुकसान पहुंचाने हेतु नई- नई तरकीब अपना रहे हैं। एक दौर था जब इस क्षेत्र में नक्सली प्रेशर बम,आईईडी, टिफिन बम इत्यादि लगाया करते थे। अब उन्हें डिटेक्ट कर लिया जाता है। इस वजह से नक्सलियों ने लोहे व लकड़ियों के स्पाइक होल्स का उपयोग करना प्रारंभ किया। जिससे कई दफा जवान घायल हुए है। परन्तु सुरक्षा जवान नक्सलियों के नए नए पैतरों को विफल करते हुए नजर आ रहे।
स्पाइक के गड्ढे नक्सलियों के द्वारा तैयार कर वहां लकड़ी के नुकीले हिस्से को ऊपर की रखकर दबा दिया जाता है । ऊपर से हल्के लकड़ी लगाकर गड्ढे भर दिया जाता है, गड्ढे के ऊपर अगर पैर पड़ जाए तो उसके बाद सीधे नुकीली स्पाईक के ऊपर गिरने से बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।
एएसपी ओम चंदेल ने बताया कि जिले के अंदरूनी इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ लगातार जिला पुलिस व सीआरपीएफ जवानों के द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जिससे बौखलाए नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कई प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं। सीआरपीएफ 74 वाहिनी द्वितीय कमान अधिकारी संदीप बिजारणिया ने बताया कि लकड़ी से तैयार स्पाइक को आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता है। इसलिए सुरक्षा बल के जवान भी पूरी सतर्कता से इलाकों में सर्च करते हैं, जिसकी वजह से नक्सलियों के इस नापाक करतूतों को समय रहते नष्ट कर दिया गया।