गांधीनगर/अहमदाबाद,10 जनवरी (हि.स.)। बर्ड फ्लू ने गुजरात में भी दस्तक दे दी है। राज्य में शनिवार को 130 पक्षियों की मौत होने की खबर है। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए सरकार ने राज्य के कई पक्षी अभ्यारण्यों को बंद कर दिया है।
बताया गया है कि राज्य के मांगरोल हाईवे पर 70, जूनागढ़ में छह बगुले और डोलसा में तीन विदेशी पक्षियों की मौत हो गई। इसी तरह राजपीपला में छह कौओं की मौत हुई है। अंजार तहसील के भीमासर गांव में एक कुएं में से लगभग 45 रेगिस्तानी कौवे मृत पाए गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा कि आज दोपहर उड़ते हुए कौवों को अचानक गिरने और गिरते ही उनकी मौत हुई। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जब तक पशु चिकित्सक पहुंचे तब तक 70 से 80 कौवे मर चुके थे। वन कर्मियों ने नमूने भेजने के लिए 8 -10 कौवे के शव को भेज दिया है।
शनिवार शाम को वन विभाग ने 7 बीमार कोवों को मांगरोल वेटरनरी अस्पताल काे सौंप दिया था, इनमें से एक कौवे की आज मौत हो गई। जूनागढ़ शहर में छह बगुलों के शव आज पंकज बंगला नामक स्थान पर पाए गए। इनके शवों को भी जांच के लिए भेजा गया। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक ने भी इसकी पुष्टि की। कोडिनार तहसील के डोलसा गांव में तीन विदेशी पक्षियों के शव मिले हैं, भुज तहेसिल के बनी इलाके के गोरेवाली में एक मुर्गी और पनवारी में एक जंगली पक्षी भी मृत पाया गया। इससे राज्य के इन इलाकों में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका है।
इसके अलावा नर्मदा जिले में भी छह कौवों की मौत हुई है। पशुपालन विभाग ने इन कौवों के नमूनों को जांच के लिए भोपाल भेज दिया गया है। इसकी रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर नर्मदा जिले की पांच पोल्ट्री फार्मों की जांच की जा रही थी। स्वास्थ्य विभाग ने राजपीपला में चिकन सेंटरों का भी निरीक्षण किया और आवश्यक सावधानी बरतने के निर्देश दिए। राज्य सरकार ने बर्ड फ्लू की आशंका के चलते विभिन्न पक्षी अभयारण्यों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है।