साप्ताहिक शेयर समीक्षा, उतार चढ़ाव के बीच छोटे और मंझोले शेयर में तेजी
नई दिल्ली, 10 जुलाई (हि.स.)। शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह कमजोर वैश्विक संकेतों, मानसून की कमजोरी और कोरोना की तीसरी लहर के अंदेशे के कारण पूरी तरह से दबाव में रहा। तमाम प्रतिकूल संकेतों की वजह से बाजार पर ज्यादातर समय नेगेटिव सेंटीमेंट्स का कब्जा रहा, जिसके कारण बीएसई के सेंसेक्स में पूरे सप्ताह भर के कारोबार के दौरान 0.18 फीसदी की सुस्ती के साथ 98.48 आतंक की गिरावट आ गई। इसके कारण सेंसेक्स का वीकली क्लोजिंग लेवल 52,386.19 अंक रहा। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी सप्ताह भर के कारोबार के दौरान 0.20 फीसदी अंक फिसलकर 32.4 अंक की गिरावट के साथ 15,689.80 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स का क्लोजिंग लेवल 52,484.67 अंक था। जबकि इस सप्ताह क्लोजिंग लेवल घटकर 52,386.19 अंक हो गया। इसी तरह पिछले हफ्ते निफ्टी का क्लोजिंग लेवल 15,722.20 जबकि इस सप्ताह निफ्टी का क्लोजिंग लेवल घटकर 15,689.80 अंक हो गया।
पूरे हफ्ते के कारोबार के दौरान बीएससी का लार्ज कैप इंडेक्स फ्लैट कारोबार करके बंद हुआ। लार्ज कैप में शामिल गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, इंटरग्लोब एवियशन, टाटा स्टील, अंबुजा सीमेंट और बजाज फिनसर्व में 5 से 9 फीसदी तक की तेजी दिखी। वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, टाटा मोटर्स, एनएमडीसी और टाटा मोटर्स-डीवीआर के शेयरों में 6 से 11 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में पूरे हफ्ते के कारोबार के दौरान 1.3 फीसदी तक की बढ़त देखने को मिली। द रामको सीमेंट्स, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज, आईआरसीटीसी, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और ऑरेकल फाइनेंसियल सर्विस मिड सेगमेंट के गेनर रहे। दूसरी ओर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एबीबी इंडिया, नैटको फार्मा और बायोकॉन के शेयर तेज गिरावट के कारण सप्ताह के लूजर शेयर बने।
बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स ने एक बार फिर साप्ताहिक आधार पर 1 बढ़त हासिल की। इस पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान इस इंडेक्स में 1.2 फीसदी मजबूती आ गई। स्मॉल कैप सेगमेंट के शेयरों में ब्राइटकॉम ग्रुप, काइटैक्स गारमेंट्स, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और आदित्य बिड़ला मनी जैसे शेयरों में 25 से लेकर 35 फीसदी तक की जबरदस्त मजबूती आई। जबकि वालचंदनगर इंडस्ट्रीज, श्री रेणुका शुगर, रतन इंडिया पावर, रिलायंस कम्युनिकेशन और उत्तम शुगर मिल्स में 10 से 14 फीसदी तक की गिरावट आई।
इस कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स में शामिल टीसीएस के मार्केट वैल्यू में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। वहीं हिंदुस्तान लीवर और बजाज ऑटो का मार्केट कैप भी तेजी से गिरा। दूसरी ओर बजाज फिनसर्व और एचडीएफसी बैंक के मार्केट कैप में पिछले सप्ताह की तुलना में बढ़ोतरी हो गई।
पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान अलग-अलग सेक्टर के शेयरों में निफ्टी का रियल्टी इंडेक्स सबसे ज्यादा बढ़त दिखाने वाला सेक्टर रहा। रियल्टी इंडेक्स में करीब करीब 6 फीसदी की तेजी आ गई। वहीं निफ्टी मेटल इंडेक्स 3 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ। दूसरी तरफ निफ्टी ऑटो इंडेक्स और निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2 फीसदी तक की गिरावट देखी गई।
बिकवाली और खरीदारी की बात करें, तो पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार में 2,028.36 करोड़ रुपये की बिकवाली की। इस सप्ताह की बिकवाली को मिलाकर जुलाई में अभी तक विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय बाजार में 4,256.45 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। दूसरी ओर इस कारोबारी सप्ताह में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 92.46 करोड़ रुपये की खरीदारी की। जुलाई में (डीआईआई) की कुल खरीदारी अभी तक 1,903.45 करोड़ रुपये की हो चुकी है।
जानकारों का कहना है कि बेंचमार्क इंडेक्स कॉन्सोलिडेट हो रहा है। ऐसा जब भी होता है तो निवेशक छोटे और मझोले शेयरों का रुख करते हैं। लेकिन ये तरीका खुदरा निवेशकों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए ऐसा करने से पहले उन्हें पूरी तरह से सोच विचार कर लेना चाहिए।