मुजफ्फरपुर, 22 जून (हि.स.)।एईएस या चमकी बुखार के करण चर्चित मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में बच्चों की मौत का सिलसिला अभी थमा भी नहीं था कि इस अस्पताल परिसर से शनिवार को कुछ नरकंकाल बरामद होने से हड़कंप मच गया । ये नरकंकाल एसकेएमसीएच परिसर के वैन विभाग स्थित झाड़ी से बरामद किये गये हैं । घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे अस्पताल प्रशासन सहित पूर्वी अनुमंडलाधिकारी कुन्दन कुमार, सिटी एसपी नीरज कुमार ने मामले की जांच शुरू कर दी।
मौके पर मौजूद जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने लावारिस व्यक्तियों के कंकाल बरामद होने की पुष्टि करते हुए बताया कि अन्क्लेम डेड बॉडी का 72 घण्टों बाद डिस्पोज करने का प्रावधान है जिसके लिए सरकार की ओर से प्रति बॉडी 2,000 रुपये भी दिए जाते हैं । उन्होंने कहा कि लावारिस लाशों को थाना पुलिस की मौजूदगी में डिस्पलेस्ड किया जाना है। उन्होंने अब तक बरामद नर कंकालों की संख्या करीब आधा दर्जन बतायी है। उन्होंने कहा कि अनुमंडलाधिकारी की रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
एक प्रश्न के उत्तर में अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने बताया कि यह घटना पूरी तरह अमानवीय है। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद आदेश के आलोक में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार के लिए सरकार की ओर से दी जा रही राशि के बाद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से की जा रही लापरवाही को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने पुष्टि करते हुए सभी नरकंकालों को लावारिस व्यक्तियों का बताया है। हालांकि घटना के सामने आते ही इस घटना को अस्पताल में इंसेफलाइटिस से हो रही बच्चों की मौत से जोड़कर देखा जा रहा था।