जम्मू में जनजीवन हुआ सामान्य, स्कूल-कॉलेज खुले, मोबाइल इंटरनेट फिलहाल बंद

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प्रशासन ने जम्मू के साथ ही उधमपुर, कठुआ, सांबा तथा रियासी से भी धारा-144 हटा ली है जबकि रामबन, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी तथा पुंछ में अब भी धारा-144 लागू है। धारा-144 हटते ही शनिवार को स्कूलों व कॉलेजों में भी रौनक देखने को मिली।



जम्मू, 10 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने और इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने से पूर्व रविवार देर रात से जम्मू शहर में लागू की गई धारा-144 पांचवें दिन शुक्रवार देर शाम हटा दी गई थी, जिसके बाद आज शनिवार को जम्मू की सड़कों पर रौनक एक बार फिर लौट आई है। सड़कों पर निजी वाहनों के साथ सार्वजनिक वाहन भी दौड़ते नज़र आए। प्रशासन ने जम्मू के साथ ही उधमपुर, कठुआ, सांबा तथा रियासी से भी धारा-144 हटा ली है जबकि रामबन, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी तथा पुंछ में अब भी धारा-144 लागू है। धारा-144 हटते ही शनिवार को स्कूलों व कॉलेजों में भी रौनक देखने को मिली। इसी बीच प्रशासन द्वारा किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए फिलहाल सुरक्षाबलों की तैनाती पहले की तरह ही की गई है। जम्मू में फिलहाल मोबाइल इंटरनेट सेवा को बहाल नहीं किया गया है। वहीं राष्ट्रीय सलाहकार अजीत डोभाल आज पांचवें दिन भी कश्मीर घाटी में हैं और लगभग हर रोज़ वहां की आम जनता से मिलकर 370 के प्रति जो भ्रम है उसे दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, कश्मीर घाटी में धारा-144 लागू होने के बावजूद लोग सड़कों पर निकल रहे हैं। सड़कों पर बीच-बीच में निजी वाहन भी चलते दिखाई दे रहे हैं। कश्मीर घाटी के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती बरकरार है। सूत्रों की मानें तो कश्मीर घाटी में लगभग 40 से 50 प्रतिशत इलाकों में शांति का माहौल बना हुआ है और बाकी में असमंजस की स्थिति है, जो कि बहुत ही जल्द समाप्त हो जाएगी। कश्मीर घाटी में लोग अनुच्छेद 370 को छोड़ बकरीद मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। प्रशासन ने भी जम्मू-कश्मीर में बकरीद मनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं ताकि लोगों को इस त्यौहार को मनाने में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
जम्मू में पांचवें दिन धारा-144 हटने के बाद शनिवार को जनजीवन सामान्य हो गया। लोग आम दिनों की तरह अपनी दिनचर्या में व्यस्त दिखाई दिए। सुबह-सुबह बच्चे खुशी-खुशी अपने स्कूलों की ओर जाते दिखाई दिए स्कूलों के साथ ही कॉलेज भी खुल गए हैं और पिछले पांच दिन अपने घरों में कैद युवाओं ने कॉलेजों का रुख किया। सड़कों पर यातायात आम दिनों की तरह सामान्य रहा। बाज़ारों में भी रौनक लौट आई है। जम्मू में शनिवार सुबह सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान खुल गए। रेहड़ी-फड़ी वालों की आवाज़ें एक बार फिर गली-कूचों में सुनाई देने लगी हैं। इसी बीच सरकारी कार्यालयों में भी हाजिरी लगभग पूरी रही। कश्मीर घाटी की तरह जम्मू में भी बकरीद मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। जम्मू के साथ कठुआ, उधमपुर, रियासी तथा सांबा जिलों में भी धारा-144 हटा दी गई है। जबकि रामबन, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ में प्रशासन ने ऐहतियातन धारा-144 जारी रखी गई है। यहां पर भी स्थिति शांत व नियंत्रण में है।
इसके बावजूद जम्मू में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रखी गई है, जबकि जम्मू संभाग के राजौरी, पुंछ, डोडा व किश्तवाड़ में मोबाइल के साथ मोबाइल इंटरनेट सेवा को भी रविवार रात से ही बंद कर दिया गया था, जो अब भी बंद है। वहीं श्रीनगर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मोबाइल, इंटरनेट तथा ब्रॉडबैंड सेवा फिलहाल बंद रखी गई है लेकिन लोगों की सुविधा के लिए डीसी कार्यालय श्रीनगर ने दो हेल्पलाइन नम्बर जारी किए हैं। साथ ही सुरक्षाबलों की सुविधा के लिए 300 सेटेलाइट फोन मुहिया कराए हैं।

 


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