श्रीनगर 08 अक्टूबर (हि.स.)। कश्मीर घाटी की आबो हवा में अब तेज़ी से बदलाव आ रहा है। सामान्य जनजीवन भी पटरी पर दौड़ने लगा है। घाटी का आम नागरिक भी अब खून-खराबे से दूर स्वच्छ हवा में सांस ले रहा है। कश्मीर के ज्यादातर हिसों में अब कोई पाबंदी नहीं है। सड़कों पर वाहन दौगुनी संख्या में दौड़ रहे हैं। कश्मीर घाटी में आतंकियों की धमकियों के कारण दुकानदार केवल दिन में ही अपनी दुकाने बंद रख रहे हैं जबकि अब पहले से अधिक समय के लिए सुबह-शाम अपनी दुकानें खोल रहे हैं। रात के 11 बजे तक दुकानें खुल रही हैं और लोग भी बिना किसी ड़र के खरीदारी करते नज़र आ रहे हैं।
इसी बीच जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कश्मीर घाटी के सुधरते हालात को देखते हुए 10 अक्टूबर से यानि गुरूवार से घाटी में पर्यटकों के आने की रोक को समाप्त करने की घोषणा की है। राज्य प्रशासन ने अगस्त की शुरूआत में एडवाइजरी जारी की थी जिसके अनुसार पर्यटकों तथा बाहरी लोगों पर आतंकी हमले का खतरा है और उन्हें जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए कहा गया था। इस दौरान घाटी के सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
मंगलवार को कश्मीर घाटी के ज्यादातर इलाकों में अब दिन में कोई पाबंधियां नही हैं। लोगों को कहीं भी आने-जाने की खुली छूट दी गई है। इस दौरान सुबह-शाम छोटी से लेकर बड़ी दुकानें खुल रही हैं। दिन में दुकानें बंद होने के चलते रेहड़ी-फड़ी वाले व जमीन पर सामान लगाकर बेचने वालों की कमाईं काफी अधिक हो रही है। रोज़ाना की तरहं सेब की मंडियां भी लग रही हैं। सेब व्यापारी भी अब फसल नैफेड को बेचने के अलावा अपने स्तर पर देश की विभिन्न मंडियों में भेजने लगे हैं। वहीं लोग भी बिना किसी डर के अपने घरों से बाहर निकल अपनी जरूरत का खरीदते नजर आए। हायर सैकेंडरी स्तर तक अकादमिक गतिविधियां बहाल हैं। राज्य प्रशासन इसी सप्ताह कॉलेजों को खोलने की तैयारी में है। हालाकि सरकारी छुट्टी होने के कारण आज शिक्षा संस्थान बंद हैं। प्रशासन द्वारा जल्द ही श्रीनगर समेत कुछ और कस्बों में मोबाइल सेवा बहाल कर दी जाएगी। इस सबके बावजूद जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है लेकिन कश्मीर घाटी के सभी जिलों में लैंडलाइन फोन सेवा बहाल है।
इसके अलावा राज्य प्रशासन द्वारा टीआरसी के कैफे में छह टर्मिनल पर इंटरनेट सेवा खास कर छात्रों के लिए शुरू की गई है। यह सेवा सुबह आठ बजे से रात नौ बज़े तक उपलब्ध है ताकि छात्र अपने नौकरी के लिए फार्म व अन्य जानकारी इससे ले सकें और उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। इसी बीच सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
इसी बीच जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कश्मीर घाटी के सुधरते हालात को देखते हुए 10 अक्टूबर से यानि गुरूवार से घाटी में पर्यटकों के आने की रोक को समाप्त करने की घोषणा की है। राज्य प्रशासन ने अगस्त की शुरूआत में एडवाइजरी जारी की थी जिसके अनुसार पर्यटकों तथा बाहरी लोगों पर आतंकी हमले का खतरा है और उन्हें जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए कहा गया था। इस दौरान घाटी के सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
मंगलवार को कश्मीर घाटी के ज्यादातर इलाकों में अब दिन में कोई पाबंधियां नही हैं। लोगों को कहीं भी आने-जाने की खुली छूट दी गई है। इस दौरान सुबह-शाम छोटी से लेकर बड़ी दुकानें खुल रही हैं। दिन में दुकानें बंद होने के चलते रेहड़ी-फड़ी वाले व जमीन पर सामान लगाकर बेचने वालों की कमाईं काफी अधिक हो रही है। रोज़ाना की तरहं सेब की मंडियां भी लग रही हैं। सेब व्यापारी भी अब फसल नैफेड को बेचने के अलावा अपने स्तर पर देश की विभिन्न मंडियों में भेजने लगे हैं। वहीं लोग भी बिना किसी डर के अपने घरों से बाहर निकल अपनी जरूरत का खरीदते नजर आए। हायर सैकेंडरी स्तर तक अकादमिक गतिविधियां बहाल हैं। राज्य प्रशासन इसी सप्ताह कॉलेजों को खोलने की तैयारी में है। हालाकि सरकारी छुट्टी होने के कारण आज शिक्षा संस्थान बंद हैं। प्रशासन द्वारा जल्द ही श्रीनगर समेत कुछ और कस्बों में मोबाइल सेवा बहाल कर दी जाएगी। इस सबके बावजूद जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है लेकिन कश्मीर घाटी के सभी जिलों में लैंडलाइन फोन सेवा बहाल है।
इसके अलावा राज्य प्रशासन द्वारा टीआरसी के कैफे में छह टर्मिनल पर इंटरनेट सेवा खास कर छात्रों के लिए शुरू की गई है। यह सेवा सुबह आठ बजे से रात नौ बज़े तक उपलब्ध है ताकि छात्र अपने नौकरी के लिए फार्म व अन्य जानकारी इससे ले सकें और उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। इसी बीच सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।