मुंबई, 12 मई (हि.स.)। दक्षिण मुंबई के सात रास्ता इलाके में लावारिस हालत में मिले पाकिस्तान के आतंकवादी अजमल कसाब की पहचान करने वाले हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर को भारतीय जनता पार्टी ने 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की है। साथ ही विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने श्रीवर्घनकर के इलाज का सारा खर्च वहन का भी आश्वासन उन्हें दिया है। 26 नवंबर 2008 के जांबाज हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर की खबर मीडिया में आने के बाद प्रधानमंत्री ने फोन पर देवेंद्र फडणवीस को मदद करने का निर्देश दिया था। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने खुद सोमवार को कल्याण स्थित आयुष अस्पताल में जाकर श्रीवर्धनकर की मदद की है।
जानकारी के अनुसार 26 नवंबर 2008 को अजमल कसाब सहित अन्य आतंकवादियों ने समुद्री मार्ग से आकर मुंबई पर हमला किया था। उस समय हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर का सामना मुंबई पुलिस क्लब के पास अजमल कसाब व उसके साथी अबू इस्माइल से हो गया था। उस समय हरिश्चंद्र ने आतंकवादी अबू इस्माइल को अपने बैग से पीटकर रोकने का प्रयास किया था जिससे गुस्साए अबू इस्माइल ने हरिश्चंद्र पर गोली चला दी थी। हरिश्चंद्र के हाथ में दो गोली लगी थी। जब अजमल कसाब पकड़ा गया तो उसकी पहचान हरिश्चंद्र ने ही की थी। इस समय वृद्धावस्था की वजह से उनकी हालत बद से बदतर हो गई और घरवालों ने भी उन्हें घर में रखने से इंकार कर दिया था।
इससे श्रीवर्धनकर भटकते हुए आग्रीपाड़ा इलाके में एक दुकान के पास पड़े हुए मिले थे। दुकानदार डीन डिसुजा को उस अपरिचित वृद्ध पर दया आ गई और उन्होंने उस वृद्ध को वहां से उठाकर भोजन आदि करवाया। जब उन्हें पता चला कि यह वृद्ध कोई और नहीं बल्कि अजमल कसाब की पहचान करने वाले हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर हैं तो इसकी जानकारी डीन डिसूजा ने आग्रीपाड़ा पुलिस को दी। पुलिस ने हरिश्चंद्र के परिवार के लोगों को संपर्क किया लेकिन घरवालों ने हरिश्चंद्र को घर में रखने से मना कर दिया।
इसके बाद पुलिस व डीन डिसुजा ने हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर को कल्याण स्थित आयुष अस्पताल में भर्ती करवाया था। हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर कई जगह जख्मी हो गए थे जिससे उनका इलाज जारी था। तकरीबन 10 दिन पहले इसकी खबर मीडिया में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जांबाज की खोजबीन करने का निर्देश देवेंद्र फडणवीस को दिया था। इसके बाद फडणवीस ने पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण को हरिश्चंद्र श्रीवर्धनकर को ढूंढऩे के लिए कहा था।