मुंबई, 14 दिसम्बर (हि.स.)। दिल्ली में कांग्रेस की रैली में राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर का नाम लेने पर शिवसेना भड़क गयी है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि वीर सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के ही नहीं पूरे देश के महापुरुष हैं। राऊत ने ट्विटर पर कहा कि वह पंडित नेहरू और गांधीजी की इज्जत करते हैं, लेकिन सावरकर का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार को कांग्रेस की ‘भारत बचाओ’ रैली में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि ये देश पीछे नहीं हटता। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मांगूं। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा। कांग्रेस मानती है कि ब्रिटिश शासनकाल में विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी।एक दिन पहले, शुक्रवार को राहुल के ‘रेप इन इंडिया’ बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई महिला सांसदों ने इस पर राहुल से माफी मांगने की मांग की थी। राहुल ने कहा था कि वह माफी नहीं मांगेंगे। यही बात उन्होंने दिल्ली की रैली में फिर कही।
शिवसेना प्रवक्ता राऊत ने ट्विटर पर कहा कि सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए पूज्यनीय हैं। वीर सावरकर ने पंडित नेहरू और गांधीजी की तरह ही अपना पूरा जीवन देश की सेवा में लगा दिया, इसलिए वीर सावरकर का भी सम्मान होना चाहिए। राऊत ने यह भी लिखा है कि समझदार को इशारा काफी है।
ट्विटर पर राऊत के इस बयान के बाद महाविकास आघाड़ी में अनबन की चर्चा होने लगी है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भी शिवसेना के सुर राकांपा और कांग्रेस से अलग थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर ठाकरे सरकार को भाजपा का पूरा समर्थन है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने भी एक दिन पहले कहा था कि शिवसेना के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा खुले हैं।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महाविकास आघाड़ी’ के शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस प्रमुख घटक दल हैं।