सीएम पद की शपथ लेने से पहले शिवराज बोले, यह जश्न बनाने का नहीं, कोरोना से लड़ने का समय
भोपाल, 23 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक में सर्व सम्मति से भाजपा विधायकों ने प्रदेश की राजधानी स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय दीनदयाल परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना नेता चुन लिया है। पूर्व मंत्री एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद नरोत्तम मिश्रा और गोपीलाल जाटव समर्थन के लिए सामने आए, फिर सभी ने विधायक दल का नेता के रूप में उनके नाम पर मुहर लगा दी।
इस अवसर पर शिवराज सिंह ने कहा कि मेरे लिए यह पल सबसे भावुक है, यह समय जश्न मनाने का नहीं है। मैं आज रात से ही मुख्यमंत्री पद की शपद ग्रहण करने के बाद वल्लभ भवन में जाकर बैठ जाऊंगा। हमारे सामने कोरोना वायरस की एक बड़ी चुनौती है, इससे हम सभी को मिलकर लड़ना है, इसलिए आज रात से ही प्रदेश के विकास एवं समस्याओं को दूर करने के लिए काम शुरू कर देना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व और आप सभी ने मुझ पर भरोसा जताया है, उसके लिए मैं सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
श्री चौहान ने कहा कि इस बार हर उन छोटी बातों पर भी ध्यान दिया जाएगा, जिनसे हम चूके थे । मध्यप्रदेश को विकास के मामले में हम सभी को मिल जुलकर सबसे आगे ले जाना है, यह मेरा शुरू से प्रयास भी रहा है। मेरी पहले भी कोशिश रही है कि कोई कमी न रहे, लेकिन इस बार सावधानीपूर्वक एकजुट हो हम सभी को ध्यान देना होगा। पूर्व सीएम शिवराज में साथ में यह भी कहा कि कोराने के चलते भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील है कि वे किसी प्रकार का कोई जश्न न बनाएं, यह समय सावधानी बरतने का है। आज कोई समारोह नहीं होगा, सिर्फ शपथ ग्रहण होगी।
बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। शिवराज आज रात 9 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शिवराज चौहान को भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायक दल का नेता चुनकर चौथी बार प्रदेश की कमान सौंपी है। इससे पहले शिवराज 2003, 2008, 2013 में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उधर, सीएम पद की शपथ दिलाने के लिए राजभवन में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उधर, अब तक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे गोपाल भार्गव ने मीडिया से कहा कि मैं आठ बार का चुना हुआ जनप्रतिनिधि हूं। सम-विषम परिस्थितियों में भी कार्य करने की हमें आदत है, लेकिन इस बार प्रदेश की जिम्मेदारी लेना कोई सरल कार्य नहीं है। जिस प्रकार की वित्तीय अनिमितताएं एवं समस्याएं पिछले डेढ़ साल के कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान हुई हैं, उसे देखते हुए चुनौती बहुत है। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा के पास अनुभव की कोई कमी नहीं है। हमारे सभी साथी मिलजुलकर सभी समस्याओं से निपटने में सक्षम हैं।