बिहार : शेल्टर होम में रह रही 16 लड़कियां बेंगलूर में करेंगी होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई
बेगूसराय, 28 दिसम्बर (हि.स.)। बिहार में चल रहे बालिका बाल गृह (शेल्टर होम) के संबंध में 2018 से तरह-तरह की चर्चाएं होती रहती है। इसी कड़ी में एकबार फिर बिहार के छह शेल्टर होम चर्चा में आ गए हैं। हालांकि यह चर्चा लड़कियों के हुनरमंद और स्वाबलंबी बनने की शुरू हो रही कहानी की है। बालिका गृह में रह रही लड़कियां नई इबादत लिखने जा रही हैं।
बाल संरक्षण इकाई के सहयोग से बिहार के विभिन्न छह बालिका गृह में रह रही लड़कियां होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर हुनरमंद बनेगी और समाज के मुख्यधारा से जुड़ कर नई जिंदगी की शुरुआत करेगी। इसके लिए बिहार के 16 लड़कियों का चयन डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए किया गया है। जिनमें दो लड़कियां अनु कुमारी और नेहा गुप्ता बेगूसराय बालिका गृह की हैं। जबकि पटना बालिका गृह की पांच, मोतिहारी की तीन तथा गया, मधुबनी और पूर्णिया से दो-दो लड़कियां हैं। सभी चयनित लड़कियां 29 दिसम्बर को पटना से बेंगलुरु के लिए प्रस्थान करेंगी। उनके होटल मैनेजमेंट कोर्स की पढ़ाई का पूरा खर्च बाल संरक्षण इकाई वहन करेगी।
बाल कल्याण समिति के सदस्य प्रीति गौतम ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब बालिका गृह की लड़कियां होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने जा रही हैं। बदहाली पर आंसू बहाने वाले लड़कियां हुनरमंद और स्वावलंबी बनने की दिशा में जागरूक होने लगी हैं। स्वाबलंबी बनाने के लिए उन्हें कई तरह के अन्य संसाधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं। बाल संरक्षण इकाई का यह प्रयास समाज को बदलने वाला साबित होगा।
बाल कल्याण समिति द्वारा 18 साल से कम उम्र के जरूरतमंदों के विकास में सहयोग के उद्देश्य से कौशल प्रशिक्षण द्वारा आर्थिक मदद दी जाती है। होटल मैनेजमेंट के डिप्लोमा कोर्स के लिए इनके चयन से अच्छे भविष्य का रास्ता खुलेगा। आगे भी योग्य बच्चों को ऐसे प्रशिक्षण के लिए चयन कर भेजा जाएगा।