कोलकाता, 04 सितंबर (हि.स.)। अरबों रुपये के सारदा पोंजी घोटाला मामले में ब्रांड एंबेसडर के तौर पर चिटफंड समूह से लिए गए रुपये को तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय ने लौटा दिया है। इस मामले में धन शोधन की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों के हाथ उन्होंने ये रुपये लौटाए हैं। इसकी वीडियो रिकार्डिंग की गई है।
ब्रांड एंबेसडर के तौर पर शताब्दी ने 29 लाख रुपये लिए थे। कुछ दिनों पहले उन्होंने ये रुपये लौटाने की इच्छा जताई थी जिसके बाद अब ये रुपये लौटा दिए गए हैं। गत 8 अगस्त को उनसे इस मामले में तीन घंटे तक उनसे पूछताछ हुई थी। इसके लिए जुलाई महीने के आखिरी सप्ताह में ईडी की ओर से उन्हें नोटिस भेजा गया था। गत 30 जुलाई को शताब्दी रॉय ने एक बयान जारी कर सारदा समूह से लिए गए रुपये को लौटाने की पेशकश की थी। उन्होंने ईडी को इसके लिए चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि संसद का सत्र खत्म हो जाने के बाद वह जांच एजेंसी के अधिकारियों से मुलाकात करेंगी। सात अगस्त को जब संसद का सत्र खत्म हुआ है तब वह 8 अगस्त को आखिरकार जांच एजेंसी के दफ्तर में पहुंची थी।
इसके पहले अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पर भी इसी तरह से चिटफंड कंपनी से रुपये लेने के आरोप लगे थे। वह भी प्रचारक के तौर पर चिटफंड समूह से जुड़े थे। जब सीबीआई ने उन पर दबाव बनाना शुरू किया तब मिथुन ने भी कंपनी से लिए गए रुपये लौटा दिए थे।
शताब्दी ने बताया कि सारदा समूह की एक कंपनी की वह ब्रांड अंबास्डर थीं। समूह के साथ उनका समझौता हुआ था। इसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं। उन्होंने 29 लाख रुपये लिए थे जिसे लौटाया हैं। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पूछताछ के लिए जुलाई महीने के पहले सप्ताह में ही धन शोधन की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें नोटिस भेजा था। उनसे पहले 12 जुलाई को उन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ करने के लिए बुलाया गया था।