कोरोना कालः बेजान हाथों की देखभाल

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शहनाज़ हुसैन
कोरोना वायरस की महामारी से दुनिया भर में लोग डर के साये में जी रहे हैं। लोग मजबूरन वायरस के साथ जिन्दगी जीने के आदी बनते जा रहे हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिकों के वैक्सीन ढूंढ़ने के अबतक के प्रयासों में मिली निराशा के बीच मास्क, फेस कवर, सोशल डिस्टैन्सिंग तथा हाथ धोने को ही इस बीमारी की रोकथाम का कारगर उपाय माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स, डॉक्टरों और स्वास्थ्य संगठनों ने बार-बार हाथों को बीस मिनट तक गुनगुने पानी/ साबुन से धोने की सलाह दी है। ऐसे में कुछ बड़ी कम्पनियाँ हैंड सैनिटाईज़र, एंटी वायरल हैंडवाश, एन्टी माइक्रो बायल्स आदि उत्पादों के प्रचार करने पर जुटी हैं ताकि इस महामारी में भी मुनाफा कमाया जा सके।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि कोरोना वायरस के केमिकल मेकअप को खतम करने का सबसे प्रभावी और आसान तरीका साबुन और गर्म पानी से हाथ धोना ही है क्योंकि इससे वायरस के ऊपर चढ़ा लिपिड का आवरण हट जाता है और वायरस निष्क्रिय हो जाता है। साबुन और पानी से वायरस का बाहरी खोल घुल जाता है जिससे वायरस की कापियां बनाने वाले अनुवंशिक पदार्थ को निष्क्रिय कर बहा देता है। डॉक्टरों की मानें तो आप हैंड सैनिटाईज़र, एंटी वायरल हैंडवाश ,एन्टी माइक्रो बायल्स आदि का उपयोग सफर के दौरान या वहां कर सकते हैं जहां साबुन/पानी की उपलब्धता नहीं है।
अब जबकि हाथ धोने को बीमारी रोकने का मूलमंत्र माना जा रहा है तो ऐसे में सवाल उठता है कि बार-बार साबुन से हाथ धोने से हाथ की बाहरी संवेदनशील त्वचा में जलन, खुजली, सूखापन, एक्जिमा, डर्मेटाइटिस आदि बीमारियों को कैसे रोका जाये। मेरा मानना है कि साबुन, केमिकल, डिटर्जेंट और अल्कोहल आधारित सेनिटाईज़र का हाथों पर बार-बार प्रयोग से एपिड मिर्स की ऊपरी त्वचा में प्रोटीन को नुकसान पहुँचेगा जिससे हाथ लाल, खुरदरे, सूखे, बेजान और मुरझाये दिखने लगते हैं। इनके ज्यादा प्रयोग से आपके हाथों में कट लग सकते हैं, जिससे बैक्टीरिया हमारी त्वचा में प्रवेश कर सकता है, जिससे ‘एक्जिमा’ जैसे रोग घर कर सकते हैं। आपके हाथों में झुनझुनी का अहसास हो सकता है और त्वचा फफोलेदार और पीड़ादायक हो सकती है। वास्तव में हाथों की पिछली ओर की त्वचा काफी पतली होती है तथा इसमें तैलीय ग्रन्थियों की कमी रहती है, जिसकी वजह से हाथों में झुर्रियां पड़ जाती हैं। बार-बार साबुन से हाथ धोने से नाखून भी शुष्क होकर भुरभुरे हो जाते हैं।
हमारी त्वचा की बाहरी परत वाॅटरप्रूफ बैरियर की तरह काम करती है। यह परत समतल कोशिकाओं से बनी होती है जो त्वचा की सामान्य नमी को बनाए रखते हुए त्वचा की बाहरी पदार्थों से रक्षा प्रदान करती है। जब हम हाथों को साबुन के झाग से बार-बार धोते हैं तो यह प्राकृतिक बैरियर टूट जाता है तथा हाथों की त्वचा को नुकसान पहुँचना शुरू हो जाता है तथा ऐसे में हाथों की त्वचा की रक्षा करना अनिवार्य हो जाता है।
सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि हाथ धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह सूखने दें तथा हाथ सूखने के बाद ही हैंड क्रीम लगाएं। हाथों के अच्छी तरह सूखने से बैक्टीरिया और वायरस दोनों मर जाते हैं जबकि गीली त्वचा से इनके फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा सिंगल यूज़ नैपकिन का प्रयोग करें क्योंकि एक ही कपड़े से बार-बार हाथ पोंछने से बैक्टीरिया के फैलने का खतरा बढ़ सकता है। हाथ सूखने के बाद त्वचा पर जैल या खुशबू रहित हैंड क्रीम उपयोग में लाएं या मॉइस्चराइजिंग मास्क भी अप्लाई कर सकते हैं। सबसे पहले सुबह के स्नान के समय हाथों को आयॅल तथा माईस्चराईज करने से शुरुआत करनी चाहिए।
कुछ घरेलू नुस्खे
– कच्चे दूध की मालिश हाथों को कोमल बनाये रखने में काफी मददगार साबित होती है। कच्चे दूध को निकालकर फ्रिज में रख लीजिये और जब भी समय मिले, हाथों-पांवों पर मलकर धीरे-धीरे मालिश करें। इससे त्वचा मुलायम होगी तथा त्वचा पर जमी मैल, गन्दगी दूर होगी। आप इस प्रक्रिया को रोजाना दोहरा सकते हैं या 1 -2 दिन के अंतराल के बाद उपयोग कर सकते हैं।
– स्नान से पहले हाथों पर गुनगुना तेल लगाकर हाथों पर अच्छी तरह मालिश कीजिए जिससे हाथों की त्वचा मुलायम हो जाये। इसके लिए आप नारियल तेल या बादाम तेल का उपयोग करें तो ज्यादा बेहतर होगा। नहाने के तत्काल बाद जब आपकी त्वचा गीली हो तो हाथों पर माॅइस्चराईजर लगा लीजिए जिससे त्वचा में नमी को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
– बादाम, दही और चुटकी भर हल्दी डालकर बने मिश्रण को हाथों पर लगाकर 30 मिनट बाद हाथों को ताजे ठण्डे पानी से धो डालिए। इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में दो बार अपना सकते हैं। रात्रि को सोने से पहले हाथों पर पौष्क क्रीम की हल्के मालिश करने के बाद सो जाइए।
– हाथों की त्वचा को मुलायम बनाए रखने के लिए आप कुछ घरेलू हर्बल प्रसाधनों की मदद भी ले सकती हैं। आजकल बाजार में कई तरह के माॅइस्चराईजर, हैंड क्रीम आदि उत्पाद उपलब्ध हैं। बाॅडी लोशन की बजाय हैंड क्रीम हमेशा बेहतर साबित होती है क्योंकि हैंड क्रीम ज्यादा पोषक होती है। पानी पर आधारित लोशन लगाने से त्वचा में सूखापन बढ़ जाता है क्योंकि पानी हवा में उड़ जाता है। इसके मुकाबले ऑयल पर आधारित क्रीम लगाना कहीं ज्यादा प्रभावी तथा लाभप्रद रहता है। जब भी आपके हाथ शुष्क हों तो तत्काल हैंड क्रीम लगाना कतई ना भूलें। हाथों को धोने के लिए उपयोग किए जाने वाले साबुन हल्के तथा सुगन्धरहित होने चाहिए।
– चार चम्मच बादाम तेल, एक चम्मच गुलाब जल तथा आधा चम्मच टिनचर बेंज़ोइन को मिलाकर बने मिश्रण को हाथों पर लगाकर, सूती कपड़े से लपेटकर हाथों को ढंक लें तथा इसे रात भर हाथों पर लगा रहने के बाद सुबह ताजे सामान्य पानी से धो डालिए। इससे आपके हाथ कोमल तथा मुलायम हो जायेंगे।
– लोशन की बजाय अगर आप क्रीम/आयॅन्टमैंट को प्राथमिकता दीजिए क्योंकि यह ज्यादा प्रभावी होते हैं।
– नींबू जूस और चीनी को हाथों पर रगड़ने से त्वचा मुलायम होती है।
– दो चम्मच सूर्यमुखी तेल, 2 चम्मच नींबू जूस तथा तीन चम्मच चीनी को मिलाकर बनाये मिश्रण को हाथों पर लगाकर आधे घण्टे बाद हाथों को ताजे साफ पानी से धो डालिए। इसे हफ्ते में तीन बार प्रयोग कर सकते हैं।
– यदि आपकी त्वचा कैमिकलयुक्त साबुन, डिटरजैंट के प्रति संवेदनशील है तो आप बर्तन धोते समय हाथों पर दस्ताना पहनना कतई न भूलें। एक चम्मच खमीर को एक गिलास ताजे जूस में डालकर पीने से नाखून तथा त्वचा बेहतर और स्वास्थ्यवर्धक रहती है।
(लेखिका अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ हैं।)

 


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