नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (हि.स.)। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चंदा कोचर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरसअल वीडियोकॉन लोन मामले में गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के बीच हुए सौदे के मामले में जांच शुरू कर दी है। साथ ही इस मामले में चंदा कोचर के बयान रिकॉर्ड करने के लिए समन भी जारी किया जा सकता है।
दरअसल इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद एमसीए के पश्चिमी क्षेत्रीय निदेशक कार्यालय ने एसएफआईओ द्वारा कोचर के खिलाफ आगे की जांच करने का आदेश दिया है।
चंदा कोचर पर क्या है आरोप
आरोप है कि वीडियोकॉन उद्योगों के वेणुगोपाल धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर द्वारा प्रवर्तित एक फर्म को करोड़ों रुपये मुहैया कराया, जबकि वीडियोकॉन समूह को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से लोन के रूप में 3,250 करोड़ रुपये मिले थे। यह रकम 40 हजार करोड़ रुपये के कर्ज का हिस्सा था, जिसे वीडियोकॉन समूह ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों के एक कंसोर्टियम से हासिल किया था। कोचर उस वक्त आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ के पद पर तैनात थीं।