एक एम्बुलेंस पर सात आदमी दिल्ली से पहुंचे त्रिवेणीगंज
सुपौल, 26 अप्रैल (हि. स.)। पूरे देशवासी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं तो वहीं कुछ लोग लॉक डॉउन नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। शनिवार को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल से सात लोग देर रात एम्बुलेन्स से त्रिवेणीगंज पहुंचे। एम्बुलेंस में मरीज के बहाने सात लोगों को बैठाकर चौबीस घंटे में सैकड़ों किलोमीटर की लंबी यात्रा कर त्रिवेणीगंज बाज़ार पहुंचा। खास बात ये है कि इतनी लंबी दूरी तय करने के बाबजूद कहीं इन्हें रोका तक नहीं गया।
त्रिवेणीगंज बाजार में एम्बुलेंस पहुंचते ही आस पड़ोस के लोगों में कोतुहल शुरू हो गई औऱ पड़ोसियों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस स्थल पर पहुंच खानापूर्ति के लिए सभी को त्रिवेणीगंज अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने स्क्रीनिंग कर सभी को होम क्वारेन्टीन में रहने की सलाह दी और खानापूर्ति कर दिल्ली से आए एम्बुलेंस को छोड़ दिया गया।
हद तो तब हो गई जब दिल्ली से एम्बुलेंस से आए सभी व्यक्ति रविवार सुबह से ही बाज़ार घूमने लगे। जिससे लोगों के बीच भय का माहौल बना हुआ है। एम्बुलेन्स कर्मी राहुल वर्मा ने बताया कि रोगी बता कर दिल्ली के सफदरजंग से एम्बुलेंस में बैठाकर सात लोगों को त्रिवेणीगंज लाया। किलो मीटर के हिसाब से भाड़ा लिया गया। चर्चा है कि इनलोगों ने गलत कागजात बना कई थानों की पुलिस के आंखों में धूल झोंकते हुए त्रिवेणीगंज पहुंचा। स्थानीय पुलिस महज़ खानापूर्ति कर एम्बुलेंस को भी जाने दे दिए औऱ दिल्ली से आए सभी को होम कोरेण्टाइन में रहने की सलाह दे छोड़ दिया गया। एम्बुलेंस पर एक महिला भी थी।
दिल्ली से एम्बुलेंस से त्रिवेणीगंज पहुंचे लोगों के बारे में पुलिस को यह पता नहीं कि उक्त सभी लोग दिल्ली कब गए थे। उन्हें सिर्फ सभी लोग इलाज के लिए गए थे यह पता है। अब सबाल उठता है कि अस्पताल से एम्बुलेंस के सहारे कैसे पहुंचे ये लोग? क्या रास्ते में कहीं भी इन लोगों की जांच नहीं की गई? ऐसे कई सवाल लोगो के जेहन में दौड रहा है।