चंडीगढ़, 22 अक्टूबर (हि.स.)। एग्जिट पोल में कांग्रेस की बुरी पराजय के अनुमान के बावजूद हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा को हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने की आशा है। विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने प्रदेश में अपने दम पर सरकार बनाने का दावा किया। साथ ही उत्साह में उन्होंने किसी भी गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया है।
मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दस सीटों पर चुनाव जीतने के साथ-साथ विधानसभा की 79 सीटों पर बढ़त हासिल की थी। इसके बावजूद उन्होंने अपना लक्ष्य बढ़ाने की बजाए घटाकर 75 कर दिया था। इससे साफ है कि भाजपा को जमीनी हकीकत का अंदेशा पहले से ही था।
भाजपा के चुनाव प्रचार पर सवाल उठाते हुए सैलजा ने कहा कि भाजपा ने एक साजिश के तहत अनुच्छेद 370, पुलवामा जैसे राष्ट्रीय मुद्दे उठाकर हरियाणा के लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास किया है। भाजपा को पिछले पांच वर्ष के दौरान करवाए गए कार्यों तथा हरियाणा की जनता पर भरोसा नहीं था। हालात यह थे कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को हरियाणा नेतृत्व पर भरोसा नहीं था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने चुनाव प्रचार की कमान अपने हाथों में लेकर रखी।
चुनाव प्रचार के दौरान हरियाणा के नेताओं को यहां की जनता ने मुंह नहीं लगाया तो अंतिम समय में प्रधानमंत्री की रैलियों को बढ़ा दिया गया। दूसरी तरफ कांग्रेस ने हरियाणा की जनता पर भरोसा करते हुए अपने प्रचार के दौरान हरियाणा के मुद्दों को उठाया। भाजपा के एक भी नेता ने हरियाणा से संबंधित मुद्दों का जवाब नहीं दिया। सैलजा ने चुनाव के दौरान किए गए प्रचार के लिए पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं व नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मतदान के बाद उन्होंने लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों से फीडबैक ले लिया है। हरियाणा में कांग्रेस पार्टी अपनी सरकार बनाने जा रही है।
उन्होंने 45 से अधिक सीटों पर चुनाव जीतने का दावा करते हुए कहा कि फीडबैक में यह साफ हो गया है कि कांग्रेस पार्टी को किसी के साथ गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ेगी। जीत के दावे के साथ ही कुमारी सैलजा ने ईवीएम के प्रति अपनी पार्टी के स्टैंड का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव करवाने की मांग कर रही है। चुनाव आयोग को भी विश्व के अन्य देशों को स्टडी करके अपना फैसला बदलना चाहिए। इस अवसर पर कांग्रेस के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई, प्रदीप चौधरी, रामकिशन गुर्जर, महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज समेत कई नेता मौजूद थे।