जम्मू, 05 सितम्बर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 व 35ए को हटाए जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान राज्य में अशांति फैलाने के लिए लगातार नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी कर घुसपैठियों को सीमा के इस पार भेजने की कोशिश कर रहा है। अब पाकिस्तान ने पाक अधिकृत कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास करीब 2000 सैनिकों को तैनात किया है। फिलहाल पाक सैनिक नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर की दूर पर कैंप कर रहे हैं।
पीओके के पुंछ इलाके के पास बाग और कोटली सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की एक ब्रिगेड देखी गई है। इस ब्रिगेड में 2000 से अधिक सैनिक हैं। पाकिस्तान इस ब्रिगेड का इस्तेमाल जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने के लिए कर सकता है। सीमा पर हो रही पाक सेना की इस हलचल से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी और अधिक सतर्क हो गई हैं। सेना के सूत्रों ने कहा है कि फिलहाल पाकिस्तानी सैनिकों की यह तैनाती आक्रमण करने वाली नहीं है लेकिन इसके बावजूद इसके हम उनकी गतिविधियों पर सघन निगरानी रख रहे हैं। सीमा पर पाक सैनिकों की यह आवाजाही ऐसे समय में हुई है, जब आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने स्थानीय लोगों और अफगानों की भर्ती शुरू कर दी है।
पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा के पास की गई 2000 सैनिकों की तैनाती पर भारतीय सेना अपनी नजर बनाए हुए है। हाल ही में बारामुला से भारतीय सेना ने आतंकी संगठन लश्कर के दो पाकिस्तानी आतंकियों को पकड़ा है। इसके अलावा हाल के दिनों में भी लश्कर और जैश के आतंकी पाकिस्तान की फॉरवर्ड पोस्ट की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे लेकिन सीमा पर तैनात भारतीय जवानों की सतर्कता के चलते पाकिस्तान अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया।
पाकिस्तान लगातार आतंकियों की घुसपैठ कराकर कश्मीर को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है जबकि खुद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर को लेकर यह जताना चाह रहा है कि वहां के हालात सामान्य नहीं हैं और न ही वहां शांति व्यवस्था है। इससे पहले भी पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से एलओसी पर 100 से अधिक एसएसजी कमांडो तैनात कर चुका है। पाकिस्तान के इस कदम से एक बार फिर उसके नापाक इरादों का पता चल रहा है।